अमित रंजन
मोतिहारीः शहर में तेज वर्षा और आँधी आने के कारण मोतिहारी शहर के राजाबाजार रोड से कचहरी चौक जानेवाली रोड़ के किनारे विशाल अशोक के पेड़ सडक पर गिर गया। जिसे समय रहते प्रशासन की तरफ से किसी ने हटाने की कोशिश नहीं की। नतीजा यह हुआ कि रोड पर गिरे पेड़ से टकराकर एक बाइक चालक की मौत हो गई। वहीं एक की हालत गंभीर बनी हुई है। चौंकानेवाली बात यह है कि हादसे के बाद जिला प्रशासन के चार विभाग अब रोड से पेड़ नहीं हटाए जाने को लेकर एक दूसरे पर ठिकरा फोड़ रहे हैं।
बताया गया कि पेड़ सुबह 10 बजे गिरा था। लेकिन दिन भर पेड़ को हटाने की जहमत न तो नगर परिषद, न वन विभाग और न ही रोड की देखभाल की जिम्मेदारी संभाल रहे लोक निर्माण विभाग ने उठाई। इसी बीच रात को अस्पताल में भर्ती पत्नी के इलाज के लिए पैसे लेकर मोती लाल साह अपने भतीजे सतीश कुमार के साथ बाइक से सरैया से मोतिहारी आ रहे थे । सड़क पर गिरे पेड़ पर जब तक उनका ध्यान जाता, उससे पहले ही बाइक पेड़ से जा टकराई। जिसमें मोती लाल की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं भतीजे को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जिम्मेदारी से भागने की कोशिश
सड़क पर गिरे पेड़ के कारण हुए हादसे के बाद प्रशासन के विभागों में एक दूसरे पर आरोप लगने शुरु हो गए हैं। जिलाप्रशासन से पेड़ को सडक से हटाने के बारे मे पूछने पर जिलाप्रशासन ने नगरपरिषद का कार्य बताया। नगरपरिषद कहती है यह पीडब्लयूडी रोड का कार्य है। वहीं पीडब्लयूडी रोड वन विभाग को जिम्मेदार बता रही है।
शहर की व्यवस्था नगर परिषद के जिम्मे
इस घटना पर वनविभाग के अधिकारी का कहना है कि जो पेड़ सड़क किनारे सुख गये है या गिर गये हैं या तो पीडब्लयूडी रोड या नगरपरिषद के जमीन में है इसको कटवाने और हटाने का मौलिक अधिकार जिस विभाग के जमीन पर है। पेड़ उस विभाग का है। नगर परिषद या रोड विभाग कि जिम्मेदारी बनती है कि उसको कटवा कर वन विभाग के गोदाम में भेजे। वन विभाग उस पेड कि लकडी कौ ओकसन कर मिली राशि को सरकार के खजाने में भेज देगें।
दोषि विभाग पर हो कार्रवाई
हरसिद्धि विधायक राजेन्द्र राम ने बताया कि इस घटना में नगरपरिषद कि घोर लपरवाही है। दिन के 10 बजे पेड़ गिरता है और समय रहते जिलाप्रशासन, वनविभाग और नगरपरिषद सभी कान में तेल डालकर सो रही थी। इसलिए मेरे विधानसभा क्षेत्र के शंकर सरैया निवासी मोति लाल साह कि घटनास्थल पर ही मौत हो। मैं सरकार और जिलाधिकारी से माँग करता हूंकि दोषी विभाग यानी नगरपरिषद पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो।