सोनू भारती
चतरा। एक ओर जहां वैश्विक महामारी कोरोना तेजी से अपना पांव पसार रहा है। आम से लेकर खास तक सभी इसके जद में आते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लंबे समय से लॉकडाउन का मार झेल रहे आम लोगों में इसका खौफ धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहा है। इसी का नतीजा है कि जानलेवा बीमारी की गंभीरता को जानने और समझने के बाद भी लोग अपना और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर ना सिर्फ घरों से बेखौफ होकर बाहर निकल रहे हैं बल्कि सरकार के निर्देशों का खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए सोशल डिस्टेंस का भी माखौल उड़ा रहे हैं।
आश्चर्य की बात तो यह है कि पुलिस भी सब कुछ जानने के बाद भी मुकदर्शक बनी बैठी है। इसी का नतीजा है कि न सिर्फ चौक चौराहों पर बल्कि पुलिस के नाक के नीचे हॉट-बाजार सज रहे हैं। जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के चतरा-रांची मुख्यपथ एनएच-100 पर स्थित जबड़ा बाजार में आयोजित साप्ताहिक हाट में लोगों ने खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की न सिर्फ धज्जियां उड़ाई बल्कि अधिकारियों के बेहतर पुलिसिंग का भी मजाक उड़ाया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए साप्ताहिक हाट के आयोजन और उसमें बगैर सुरक्षा मानकों और मास्क के शामिल भीड़ को हटाने की ना तो सिमरिया पुलिस ने जहमत उठाई और ना ही प्रखंड प्रशासन ने।
ऐसा नहीं है कि साप्ताहिक हाट के आयोजन की जानकारी पुलिस को नहीं थी। पुलिस अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी लोग आराम से बगैर मास्क और सुरक्षा मानकों के बाजार में इधर-उधर घंटों घूमते रहे। ऐसे में आम लोगों के साथ-साथ लापरवाह पुलिसिंग के कारण जिले पर संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया है। जिससे घरों में रहकर सरकारी निर्देशों का अनुपालन करने वाले सीधे-साधे लोग भी दहशत के साए में जी रहे हैं। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि कोरोना गो टू नाती पेश कर भीड़ में शामिल होने वाले लोग अपनी गलतियों पर माफी मांगने के बजाय अलग ही दलील दे रहे हैं। भीड़ में शामिल लोगों के अनुसार कोरोना गंभीर बीमारी नहीं बल्कि महज अफवाह है। ऐसे में अफवाह पर ध्यान देकर अगर घरों में ही दुबके रहेंगे तो उनका और उनके परिवार का रोजी-रोटी कहां से चलेगा।