सन्नी कुमार
पटनाः कोरोना काल में सरकार के काम काज को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। सरकार की नाकामी को लेकर सोशल मीडिया पर सैकड़ों पोस्ट किए गए हैं। जो कहीं न कहीं सच्चाई को उजागर करती है। सरकार की नाकामी गिनानेवालों में विपक्ष में बैठे हमारे विधायक भी शामिल हैं, जो सरकार की नाकामी को लेकर जरुर एक्टिव नजर आते हैं, लेकिन खुद अपने क्षेत्र की व्यवस्था को लेकर सुस्त पड़े हुए हैं। महामारी से निपटने के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी निभाने की जरुरत है। लेकिन, अफसोस ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।
बिहार में विपक्ष में कुल 105 विधायक हैं। जिनमें अधिकतर राजद के हैं। लेकिन राजद के प्रतिनिधि फिलहाल सिर्फ एक काम कर रहे हैं और वो है सरकार की नाकामी को दिखाना। यहां इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकार कोरोना से निपटने में फेल साबित हुई है। लेकिन प्रदेश की जिम्मेदारी क्या सिर्फ सरकार तक ही सीमित है। विपक्ष में बैठे लोग अगर कोरोना और बाढ़ के लिए विपक्ष सरकार को जिम्मेदार मानती है तो बाढ़ के मुद्दे पर खुद क्या कर रही है।
विधानसभा में विपक्ष का मुख्य दल राजद है. राजद के 79 कांग्रेस है 27 विधायक है यानी कुल 105 विधायक बड़ी भूमिका जनता को राहत देने में क्या कर रहें है। सरकार की कमी को देखने के अलावे खुद अपनी जिम्मेदारी भी पूरी करनी चाहिए विपक्ष के सभी विधायक अपने इलाके का दौड़ा कर लोगों की समस्या को सुलझा सकते है या कोरोना महामारी के बीच में लोगों की मदद भी कर सकते है।
सिर्फ सोशल मीडिया पर सरकार पर हमला करना काफी नहीं है। किसी भी विपक्ष में जनता के प्रति सेवा भाव होना चाहिए ताकि जब चुनाव में वोट की देने का समय आये तो जनता के पास एकमात्र रास्ता ना हो.