बड़ी ख़बर पश्चिम चंपारण के बगहा से आ रही है जहां बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में सुरक्षा के दृष्टिकोण निर्मित अंडरपास और 24 घंटा वन कर्मियों की ड्यूटी के बाद भी ट्रेन से कटकर मौत हो गया। तेंदुआ कि मौत से वन कर्मियों के सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह हादसा रविवार के अहले सुबह गोरखपुर नरकटियागंज रेलखंड के मदनपुर भापसा नाला रेलवे पुल पर हुआ है।
दरअसल, वीटीआर के मदनपुर रेंज से होकर रेल लाइन गुजरती है,वीटीआर में बाघों के साथ ही बड़े स्तर पर अन्य प्रकार के जंगली जीव रहते हैं। इसमें तेंदुआ भी शामिल है।
माना जा रहा है कि हादसे का शिकार बना तेंदुआ रेल लाइन पार कर रहा होगा और इसी दौरान वह ट्रेन की चपेट में आ गया। वहां से गुजर रही एक मालगाड़ी की चपेट में आने से तेंदुआ दुर्घटना का शिकार बना और उसकी मौत हो गई। तेंदुआ की मौत की सूचना पर वन विभाग की टीम पहुचकर आगे की करवाई में जुटी है। वाल्मीकी टाईगर रिजर्व बिहार के सबसे बड़े वन्यजीवों के लिए संरक्षित क्षेत्र है। यहां बाघों के साथ ही तेंदुआ भी बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।वाहनों की आवाजाही को लेकर कई प्रकार के नियम भी निर्धारित हैं।ताकि वन्य जीवों को कोई नुकसान ना हो।लेकिन अब एक तेंदुआ की मौत का कारण उसका ट्रेन की चपेट में आना बताया गया है।
वन विभाग की टीम कि ओर से मामले की जांच कर आगे कि करवाई में जुटी हुई है।