मनोरंजन पाठक
छपरा: कहने को नगर निगम वासी पर व्यवस्था के नाम पर नरकवासी बने फिर रहे हैं। कभी नाली तो कभी सड़क तो कभी बिजली कभी स्वास्थ्य कभी शुद्ध पानी के नाम पर करोड़ो की योजना का शिलान्यास कागजो पर होता है पर धरातल पर दिखता कुछ नही. ऐसा कहना है छपरा शहर के वार्ड संख्या 38 व 39 के सैकड़ो परिवारों का और ऐसी हालत शहर के लगभग सभी वार्डो का है। जिनका जन जीवन अस्त व्यस्त होकर रह गया है पर सुनने वाला कोई नही।
बताते चलें कि एक तरफ पिछले कई महीनों से लगातार नरक मे तब्दील हुआ पड़ा है। शहरी क्षेत्र का हर वह वार्ड जिसमे कभी शहरवासी बड़े शानो सौकत से गर्व महसूस किया करते थे कि हम शहर वासी है पर अब घुटघुट कर जीने को मजबूर है। दूसरी ओर कोरोना संकट से बढ़ी परेशानी लोगो का जीना मुश्किल हो गया है।
बारिश में भी नहीं हुई है नाली की सफाई
लॉकडाउन के कारण नाली के सरांध मारते गंदे पानी के बीच जीवन यापन करने को मजबूर है मुहल्लेवासी तो अब उनके सामने संकट और गहरा होता जा रहा है। नगर निगम क्षेत्र से सटे बहती घाघरा नदी अब उफान पर है वही बराबर हो रहे बारिस और बढ़ते जलस्तर से लोगो के अंदर भय का माहौल कायम हो गया है। अब देखना है कि प्रशासन कैसे इन समस्याओं से निबटती है।