शिक्षा विभाग द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजा गया है जिसमें विद्यालय में शिक्षकों की भूमिका और दायित्व के संबंध में जानकारी दी गई है. बता दें इसमें कहा गया है कि शिक्षा विभाग और बिहार सरकार राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने और सभी विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु प्रतिबद्ध है.
वहीं इसी के साथ इसमें लिखा गया है कि इस संबंध में विद्यालयों में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसमें शिक्षक ही बच्चों के समग्र विकास को सकारात्मक दिशा प्रदान करते हैं.विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धि के साथ-साथ उनके सामाजिक एवं भावनात्मक व्यवहार का परिमार्जन कर उन्हें भविष्य का श्रेष्ठ नागरिक बनाने का दायित्व है यह आवश्यक है कि शिक्षक अपने विद्यालय और विद्यार्थियों के हित में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें.
इसी के साथ इसमें आगे यह भी लिखा गया है कि सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया जाता है कि राज्य के सभी विद्यालयों में विभाग द्वारा जारी शिक्षक मार्गदर्शीका उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें और शिक्षक तक मार्गदर्शीका पहुंच सके उनका अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके. बता दे कि शिक्षक मार्गदर्शिका में यह लिखा गया है कि एक आदर्श शिक्षक मोमबत्ती की तरह होता है वह स्वयं जलकर दूसरों की राह प्रकाशित करता है.इसी के साथ इसमें पांच श्रेणियों में विद्यालय शिक्षकों की भूमिका और दायित्वों को बांटा गया है. जिसमें छात्र स्वरूप, विद्यालय प्रबंधन, कक्षा प्रबंधन,छात्र प्रबंधन और अभिभावक प्रबंधन को जोड़ा गया है.