सड़कों एवं पुलिया की बदहाल स्थिति और भ्रष्टाचार के खिलाफ अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे जिला पार्षद।

Patna Desk

 

 

भागलपुर नवगछीया के इस्माइलपुर प्रखंड में सड़कों एवं पुलिया की बदहाल स्थिति के खिलाफ और ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारी व संवेदक द्वारा मिलकर भ्रष्टाचार करने के खिलाफ इस्माइलपुर के जिला पार्षद विपिन कुमार मंडल नवगछिया अनुमंडल कार्यालय परिसर में धरना पर बैठ गए हैं. दिन भर उक्त मुद्दे पर इस्माइलपुर के लोगों का धरना स्थल पर आने जाने का सिलसिला चलता रहा. मीडिया कर्मियों से मुखातिब जिला पार्षद विपिन ने कहा कि इस्माइलपुर की लगभग सभी सड़क जर्जर है. जो चलने लायक नहीं है. लेकिन संवेदक द्वारा किसी भी सड़क का मेंटनेंस नहीं किया और अनुरक्षण की राशि का बंदरबांट किया गया. जिला पार्षद ने बताया कि ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा करीब 10 सड़कों का निर्माण कराया गया है. अब सड़क पूरी तरह से जर्जर है लेकिन विभाग द्वारा सड़कों को चलने लायक नहीं बनाया जा रहा है. यहां तक की विभिन्न पंचायतों से प्रखंड मुख्यालय तक जाने वाली सड़क भी चलने लायक नहीं है. विभाग के पदाधिकारी और संवेदक खुली लूट मचाये हुए हैं. पिछले दिनों उन्होंने घटिया निर्माण करने के दौरान एक सड़क के काम को रोक दिया था. प्रत्येक निर्माण में भ्रष्टाचार किया जा रहा है लेकिन शासन व्यवस्था के कानों में जू तक नहीं रैंग रही है. विगत एक से डेढ़ वर्ष से वे लगातार जर्जर सड़क की स्थिति से विभाग और प्रशासनिक पदाधिकारियों को अवगत कराया गया. नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा भी विभाग को लिखा गया लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई. लिहाज उन्हें धरना पर बैठना पड़ा. जिलापार्षद ने कहा कि उक्त अनिश्चित कालीन धरना में पूरे प्रखंड वासियों और जनप्रतिनिधियों का साथ उन्हें मिल रहा है. जब तक सड़कों की मरम्मती शुरू नहीं कर दी जाएगी, तब तक वे धरना पर डटे रहेंगे.

जिला पार्षद विपिन कुमार मंडल के साथ करीब 15 लोग धरना पर डटे थे. प्रशासनिक स्तर से किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गयी थी. यहां तक की प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी भी स्थल पर मौजूद नहीं थे. धरना दे रहे लोगों के परिजनों के द्वारा ही घर से खाना भेजा गया था. जबकि धरना स्थल पर बनाये गए टेंट में ही सोने की व्यवस्था की गयी है. जिला पार्षद द्वारा कुछ तकिया और कंबल भी धरना स्थल पर मंगवाया गया था. जबकि प्रकाश की व्यवस्था भी धरना कर्मियों द्वारा निजी स्तर पर की गयी थी. जिला पार्षद ने कहा कि इस्माइलपुर प्रखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. उनलोगों को कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. जिसके बाद उन्होंने धरना देने का निर्णय लिया है.

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