NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद सदर अस्पताल से जुड़ा पोस्टमॉर्टेम हाउस मूलभूत सुविधाओं से भी महरूम है। न तो यहां बिजली की व्यवस्था है। न ही पीने के पानी का कोई इंतज़ाम है। साफ सफाई की कौन कहे, चारों तरफ फैला गंदगी का अंबार यह बताने को काफी है कि यहां सालों से साफ सफाई नहीं की गयी है।
ऐसा तब है जबकि यहां हर रोज औसतन 3 से 4 शवों का पोस्टमॉर्टेम किया जाता है। ऐसे में शव के साथ पोस्टमॉर्टेम कराने आने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हैरत की बात तो ये है कि रात में आया शवों का पोस्टमार्टम करने वाला पोस्टमार्टम हाउस आने से डरता है। परिजन अपने शवों को लेकर पोस्टमार्टम हाउस आए।
वहीं दूसरी तरफ यहां की व्यवस्था देख दांतो तले उंगली दबा लेते हैं। इस लेकर जिले के सिविल सर्जन से जब बात की गई तब उन्होंने इन समस्याओं को जल्द ही दूर करा देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि भवन भी जर्जर हो गया है। उसका निर्माण कराये जाने की बात भी कही है।
औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट