पटना : तेजस्वी यादव के बयान सरकार राशन की जगह भाषण दे रही है के पलटवार करते हुए बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने कहा की सरकार अपने बिहार वासियों को राशन तो दे ही रही है बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से मदद भी कर रही है। मुख्यमंत्री राहत कोष से 1 करोड़ 42 लाख खाते में 1-1 हजार रूपये भेजी गई। 1 करोड़ 68 लाख परिवार जिसकी कुल संख्या 8 करोड़ 71 लाख लोगो को प्रत्येक माह नियमित रूप से मिलने वाले अनाज के अलावा 5 किलोग्राम मुफ्त अनाज एवं प्रत्येक परिवार को 1 किलो दाल मुफ्त दिए जा रहा है और ये व्यवस्था नवंबर तक सुनिक्षित कर बिहार की जनता का ख्याल रखा जा रहा है।
खाद्य मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए की जब आपदा आती है तो वे कैसे बिहार से बाहर भाग जाया करते है. 1990 में इनके पिता जी श्री लालू प्रसाद यादव गरीबों, शोषितों और सामाजिक न्याय के नाम पर बिहार के सत्ता पर काबिज हुए पर इन्होने क्या किया मवेशी का चारा खा गए। सड़क के लिए इस्तेमाल अलकतरा को पी गए। 15 साल सुशासन की जगह जंगल राज की स्थापना कर दी। जिसकी लाठी उसकी भैस कहावत को चरितार्थ कर दिया था।
नीतीश सरकार की गिनाई उपलब्धियां
मंत्री मदन सहनी ने कहा कि नीतीश सरकार ने सुशासन राज की स्थापना करते हुए आपदा के समय बिहार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक़ है को प्रमाणित करते हुए कोरोना वैश्विक महामारी में PFMS प्रणाली द्वारा 1659.1 करोड़ रुपया DBT के द्वारा राशि अंतरित की गई है. 534 प्रखंडों में कुल 13,619 हजार कोरोंटाइन सेंटर बनाये गए। जिसमें 21,53,576 लोगों को सरकारी सहायता का लाभ पहुंचाया गया है। क्वारेटाइन सेंटर चलाने के लिए कुल 37 करोड़ 50 लाख का आवंटन किया गया। महामारी से प्रभावित गरीब एवं अन्य जरुरतमंद लोगों के लिए 53 राहत केंद्र बनाये गए जिसमे 30.10 लाख लोगो को निशुल्क भोजन कराया गया। बिहार के अन्य राज्यों से सटे सीमा पर 8 सीमा आपदा राहत केंद्र बनाया गया, जहाँ प्रवासियों के लिए सभी चिकित्सीय परिक्षण एवं निशुल्क भोजन की व्यवस्था थी।
21 लाख प्रवासी के बिहार आने में की सहायता
अब तक 1 हजार 554 ट्रेनों से 21 लाख 76 हजार 261 प्रवासी बिहार आये है. कोरोना सहायता के तहत 1 करोड़ 42 लाख खातों में 14 अरब 16 करोड़ 70 लाख राशि भेजी जा चुकी है. बिहार से बाहर फंसे 20 लाख 45 हजार बिहारियों के खाते में 204 करोड़ 50 लाख की राशि भेज दी है. कोरोना संकट काल में 84 लाख 78 हजार पेंशनधारियों को एक मुस्त तीन माह का अग्रिम पेंसन से रूप में 1 हजार 17 करोड़ राशि का भुगतान कर दिया गया है. बिहार से छात्र-छात्राओं के बिच 3 हजार 102 करोड़ की छात्रवृति का भुगतान कर दिया गया है. बिहार सरकार ने 2019 के बाढ़ में 33,39,263 परिवारों को PFMS प्रणाली द्वारा 2003.55 (दो हजार तीन करोड़ पचपन लाख) राशि लाभुकों के खाते में भेज दी गई।
बाढ़ को लेकर गंभीर
इस बार भी सरकार बिहार में आई बाढ़ को लेकर गंभीर है। कल ही बिहार से जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने हेलिकॉप्टर के द्वारा टूटे तटबंधों का दौरा किया है और 10 जिलों में आई बाढ़ में लोगो की सहायता हेतु 21 राहत शिविरों में 12023 लोगो को रखा गया है। 115325 लोगो को अबतक भोजन कराया गया है. सरकार ने समुदायक किचन के लिए 3.10 करोंड़ एवं पशु चारा के लिए 29 लाख रुपये जारी कर दिया है. बाढ़ में प्रभावितों का आकलन किया जा रहा है और सभी बाढ़ प्रभवितों परिवारों के खाते में 6000 रुपये दिए जायेंगे. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में air lifiting के द्वारा राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है. इसी क्रम में आज दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान में एयर लिफिटिंग कर लोगो के बीच राहत सामग्रियों का वितरण किया गया.
मंत्री मदन सहनी ने बताया की जिस तहर बाढ़ के समय बिहार के लोगो ने नीतीश कुमार को कुंटलीया बाबा कहा था उसी तरह आज कोरोना काल में लोगों के सहयोग के लिए उन्हें बिहार के लोगों ने हजरिया बाबा का नाम दिया है और राजद को राष्ट्रीय टिकट बेचवा पार्टी कहने लगे है।