कैमूर- सासाराम संसदीय सीट पर नामांकन की प्रक्रिया 14 में को खत्म हो गई। 15 मई को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान चार उम्मीदवारों का नामांकन अवैध कर दिया गया। ऐसी स्थिति में सासाराम संसदीय सीट पर 10 उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेंगे। हालांकि नाम वापसी की तारीख 17 मई है। सासाराम में 1 जून को अंतिम चरण में मतदान है और मतगणना 4 जून को मतगणना होगी। नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद उम्मीदवार चुनाव प्रचार में कूद गए हैं। यहां मुख्य रूप से भाजपा के शिवेश राम और कांग्रेस से मनोज राम के बीच मुकाबला है। हालांकि बहुजन समाज पार्टी से भी उम्मीदवार ने नामांकन किया है। सासाराम सुरक्षित सीट पर सासाराम के पूर्व सांसद और मंत्री रहे मुनीलाल राम के बेटे शिवेश राम भाजपा से चुनावी मैदान में है और पिता की राजनीतिक पिच पर जीत की उम्मीद पाले हुए हैं। तो दूसरी तरफ 2019 के चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े मनोज राम ने 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया है। 17 मई को नाम वापसी के बाद सभी उम्मीदवारों को उनका चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाएगा। इसके बाद से ही चुनावी सरगर्मी तेज हो जाएगी। आपको बता दें कि सासाराम संसदीय क्षेत्र में कैमूर जिले के तीन विधानसभा मोहनिया भभुआ और चैनपुर शामिल है तो वहीं दूसरी तरफ रोहतास जिले के तीन विधानसभा इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। 2024 के चुनाव में आम मतदाताओं में उत्साह नहीं दिख रहा है। हालांकि जिला प्रशासन सर्वाधिक मतदान करने के लिए प्रचार प्रसार में लगा हुआ है। इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होगा। 20 मई के बाद चुनावी सभा भी शुरू हो जाएगी। नेताओं का उड़न खटोला मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए जगह-जगह उतारने लगेगा। एक तरफ एनडीए तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन इस चुनावी समर में एक दूसरे के आमने-सामने है।