नालंदा: सोमवार यानी सोमवती अमावस्या को लेकर सुबह से ही बिहार शरीफ के कई इलाकों में पीपल के पेड़ के नीचे सुहागिन महिलाओं का भीड़ देखा गया। सुहागिन महिलाओं ने अपनी पति की लंबी आयु और परिवार की सुख शांति के लिए पीपल के पेड़ के नीचे पूजा की।
सुहागिन महिलाओं ने कहा कि सोमवती अमावस्या के दिन महिलाएं पीपल वृक्ष की 108 बार परिक्रमा कर अपने परिवार और पति के लिए मंगल कामना करती है। इस वृक्ष की परिक्रमा करने से अनंत फल मिलता है। पीपल के पेड़ में ब्रह्मा विष्णु और शिव वास करते हैं। दरअसल सनातन धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है सोमवती अमावस्या पर स्नान दान करने से फल कई गुना अधिक बढ़ जाता है। सोमवारी अमावस्या पर चतुर्ग्रही योग का सहयोग बन रहा हे जो चारों पुरुषार्थ की सरलता से प्राप्ति का कारक माना गया है इसलिए इस बार का अमावस्या का महत्व कई गुणा गया है।