लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रहरी, समाजवादी चिंतक, युवाओं के प्रेरणास्रोत महान क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी के संपूर्ण क्रान्ति दिवस के अवसर पर युवा राजद द्वारा भभुआ में कार्यक्रम अयोजित किया गया। इस दौरान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने 5 जून 1974 को बिहार के क्रांतिकारी ऐतिहासिक धरती से विशाल सभा में जयप्रकाश नारायण ने पहली बार ‘सम्पूर्ण क्रांति’ दो शब्दों का उच्चारण कर कहा था कि क्रान्ति शब्द नया नहीं था, लेकिन ‘सम्पूर्ण क्रांति’ नया है। सम्पूर्ण क्रांति में सात क्रांतियां राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक व आध्यात्मिक क्रांति शामिल है। इन सातों क्रांतियों को मिलाकर सम्पूर्ण क्रांति होती है। इस दिन अपने प्रसिद्ध भाषण में जयप्रकाश ने कहा था कि ‘भ्रष्टाचार मिटाना, बेरोजगारी दूर करना, शिक्षा में क्रांति लाना आदि ऐसी चीजें हैं जो आज की व्यवस्था से पूरी नहीं हो सकतीं। क्योंकि वह इस व्यवस्था की ही उपज हैं।
वह तभी पूरी हो सकती हैं। जब सम्पूर्ण व्यवस्था बदल दी जाए और सम्पूर्ण व्यवस्था के परिवर्तन के लिए क्रांति यानी सम्पूर्ण क्रांति आवश्यक है।
कार्यक्रम में पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा की जिस तरह से देशभर में बढ़ती हुई असमानता, अत्याचार,गरीबी, असहजता, और नई शिक्षा नीति के खिलाफ जातिगत जनगणना को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आज जिला मुख्यालय पर धरना देते हुए आरजेडी के सभी नेताओं ने विरोध किये। सुधाकर सिंह ने कहा कि पार्लियामेंट के के द्वारा सर्वा अनुमति से 2011 से ही तय है। लेकिन केंद्र सरकार पार्लियामेंट के खिलाफ काम कर रही है।
यही नहीं पूर्व कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि पार्लियामेंट के खिलाफ केंद्र सरकार काम कर रही है जो गैरकानूनी है अगर केंद्र सरकार नहीं मानती है तू बिहार में बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा यह तो एक झांकी है केंद्र सरकार अपनी बातों से पीछे अगर नहीं हटतीहै या फिर जातीय जनगणना कराने पर रोक लगाती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
कार्यक्रम में आरजेडी के युवा नेता पंकज चौरसिया ने सामाजिक न्याय पर चलने वाले तथा समानता के अधिकार को जानने वाले लोगों से कहा कि कर्पूरी ठाकुर एवं जेपी, अंबेडकर के अलावे आरजेडी के विचारधारा पर चलने का आग्रह किया इस धरना प्रदर्शन में आरजेडी विधायक भभुआ सदर भरत बिद, आरजेडी के युवा नेता पंकज चौरसिया, आरजेडी के प्रदेश महासचिव भोला नाथ सिंह यादव, बिरजु पटेल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।