रजत कुमार
पटना। विधानसभा चुनाव से पूर्व कई विधायक पार्टी बदल रहे हैं। जिनमें सबसे ज्यादा नुकसान राजद को हुआ है, जिसके लगभग एक दर्जन विधायक और नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। राजद से मोहभंग का यह सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। अब इस कड़ी में एक और नाम हर्षवर्धन सिंह का भी शामिल हो गया है। जो शुक्रवार को राजद का दामन छोड़कर नीतीश के जदयू में शामिल हो गए। इस दौरान उन्होंने लालू के राजद के वर्तमान हालत को लेकर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की। हर्षवर्धन सिंह के साथ पूर्व डीजी सुनील कुमार ने भी जदयू के साथ अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की है।
जदयू में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए हर्षवर्धन सिंह ने कहा वह लंबे समय से राजद के साथ जुड़े रहे हैं।अब राजद वैसी नहीं रही, जैसे कि लालू के समय में हुआ करती थी। यहां अब पार्टी कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दी जाती है। पार्टी नेतृत्व सिर्फ पैसों को महत्व देती है। तेजस्वी और तेज पुराने नेताओं की नहीं सुनते हैं। उन्होंने कहा कि अब राजद का पूरा नाम राष्ट्रीय जनता दल’ नहीं, ‘रुपया जनता दल’ हो गया है।
नीतीश का काम बेहतर
हर्ष वर्धन ने कहा मै एक सामजिक कारकर्ता हूँ राजनीती कार्यकार्ता हूँ दूसरे पार्टी में मैने बहुत मेहनत की बहुत दिन से जुड़े हुए थे लेकिन परिस्थति बदलती गई राजद की पार्टी परिवार की पार्टी बन गई अब ये रास्टीय जनता दल नहीं रुपया जनता दल बन गई। जबकि नीतीश सरकार शुरु से ही विकास के काम को तरजीह देते रहे। आज राज्य में जो भी विकास हुआ है, वह नीतीश की देन है।
पूर्व आईपीएस सुनील कुमार भी शामिल हुए
हर्षवर्धन सिंह के साथ बिहार के पूर्व डीजी आईपीएस सुनील कुमार ने भी जदयू के साथ अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर दी है। पार्टी में शामिल होने के दौरान उन्होंने कहा है कि उन्हें नीतीश कुमार की नीतियों में पूरा भरोसा रहा है और इसीलिए वह राजनीति और समाजसेवा के मकसद से नीतीश कुमार के साथ जुड़े हैं।
पार्टी में स्वागत
हर्षवर्धन और सुनील कुमार के पार्टी में शामिल होने पर सांसद ललन सिंह ने कहा मै दोनों को पार्टी में स्वागत करता हूँ। हालांकि सुनील कुमार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं लड़ेंगे इस बाबत ललन सिंह ने स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहा है. सिंह ने कहा है कि चुनाव कौन लड़ेगा या नहीं लगेगा इसका फैसला पार्टी करती है।