NEWSPR डेस्क। आज आध्यात्मिक गुरू सत्यानंद सरस्वती की पुण्यतिथि पर पल्वी राज कंस्ट्रक्शन और न्यूज पीआर के सीएमडी संजीव श्रीवास्तव ने उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांलि दी है। बता दें कि उनका जन्म अल्मोडा के पास हिमालय की तराई में स्थित गांव में हुआ था।
1956 में शिवानंद ने सत्यानंद को अपनी शिक्षाओं के प्रसार के लिए विदा किया। मुंगेर, बिहार में में खुद को स्थापित करते हुए वह अगले सात वर्षों के लिए भारत, अफगानिस्तान, नेपाल, बर्मा और सीलोन की यात्रा करते हुए एक भिक्षु के रूप में घूमते रहे और आध्यात्मिक ज्ञान का विस्तार किया। अभ्यास करें और कुछ समय एकांत में बिताएं।
उन्होंने मुंगेर में बिहार स्कूल ऑफ योग (बीएसवाई) की स्थापना की थी। फिर 1988 में सत्यानंद ने अपने आश्रम और संगठन का सक्रिय कार्य अपने आध्यात्मिक उत्तराधिकारी निरंजनानंद सरस्वती को सौंप दिया और मुंगेर छोड़ दिया। स्वामी सत्यानंद की शिक्षाएं स्वामी शिवानंद की योग शिक्षाओं पर आधारित हैं। वे एक अभिन्न दृष्टिकोण पर जोर देते हैं जिसे योग की सत्यानंद प्रणाली के रूप में जाना जाता है। वहीं उनकी मौत 5 दिसंबर 2009 को झारखंड में हो गई।