मुंगेर में असरगंज स्थित कच्ची कांवरिया पथ पर रामेश्वरम धाम के स्वरूप वाला कांवर बना आकर्षण का केंद्र। 15 फीट ऊंची और 150 किलो के कांवर को 15 कांवरिया का जत्था लेकर देवघर हुए रवाना। जगह जगह सेल्फी लेने को लेकर लोगों की उमड़ रही है भीड़।
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं का उत्साह और उल्लास देखते ही बन रही है। वही कच्ची कांवरिया पथ से लेकर बाबा धाम मंदिर तक अद्भुत नजारा भी देखने को मिल रहा है। आज सुल्तानगंज देवघर मुख्य मार्ग के तारापुर के हरपुर के पास एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। जहां झारखंड के चाईबासा के नीलकंठ समिति द्वारा 15 फीट ऊंचा रामेश्वरम मंदिर का बना कांवर मार्ग में आकर्षण का केंद्र बना रहा। समिति के अध्यक्ष अमन साव बताते हैं कि चार वर्षों से हमलोग लगातार अलग-अलग प्रतिमा का कांवर बनाकर बाबा को जल अर्पित करते है। अगले वर्ष रथ का प्रतिमा बनाकर देवघर गए थे। इस बार रामेश्वरम धाम की आकृति का कांवर बनाकर जा रहे हैं। इसे प्लाई बोर्ड थर्माकोल आदि से बनाया गया है। कच्ची कांवरिया पथ में वृक्ष होने की वजह से उस ओर से कांवर नहीं ले जा सके। इसको चार कांवरिया खिंच के जा रहे हैं। हमलोगों का 15 कांवरियों का जत्था है। इस कांवर की ऊंचाई 15 फीट और इसका वजन 150 किलो है। इसको बनाने में लगभग दो माह का समय लगा है। जिसके बाद हम लोगों ने सुल्तानगंज से जल भरकर बाबा भोलेनाथ को जलाभिषेक करने बाबा धाम जा रहे हैं।