NEWSPR डेस्क। पटना बिहार कांग्रेस नेताओं की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में वोट डाले जाने हैं। उसके पहले कांग्रेस के 50 के करीब बिहार के नेता कहीं दिख नहीं रहे हैं। ये नेता न तो सदाकत आश्रम में दिख रहे हैं और न ही शहर में। सवाल ये है कि आखिर ये कहां गए? कांग्रेस मुख्यालय के सूत्रों की मानें, तो वोटिंग से पहले ये नेता गुणा गणित भिड़ा रहे थे। अचानक गायब होकर उस गुणा-गणित पर अपनी मुहर लगा गए हैं। 22 वर्षों बाद हो रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में पटना के नेताओं का वोट मायने रखता है। 10 बजे से मतदान शुरू है, लेकिन नेता कहीं दिख नहीं रहे हैं। सदाकत आश्रम में उदासी का माहौल देखा जा रहा है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे को वोट करने वाले 50 के करीब नेता कहीं चले गए हैं। कहां गए हैं, किसी को पता नहीं है। तमाम कोशिश करने के बाद भी इन नेताओं से किसी का संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष की ओर से कहा जा रहा है कि ये संख्या 20 के करीब है। ज्यादा नेता गायब नहीं हुए हैं। लेकिन कार्यालय का माहौल बता रहा है कि अंदर ही अंदर कोई खेल चल रहा है।
सदाकत आश्रम में बूथ बना हुआ है। तीन जगहों पर नेता अपना वोट डाल रहे हैं। दो सौ वोटरों पर एक बूथ का निर्माण किया गया है। बिहार के चुनाव को देखने के लिए दिल्ली से प्रदीप टम्टा और तीन सहायक चुनाव पदाधिकारी पटना में हैं। सूत्र बता रहें है कि नेताओं के अचानक कहीं जाने की बात में सच्चाई है, क्योंकि कोई भी कुछ बोल नहीं रहा है। वोटिंग शाम चार बजे तक होगी। गायब हुए नेताओं का देर तक इंतजार करने की बात कही जा रही है। शाम को ही बैलेज बॉक्स दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगा।
बिहार में कुल वोटरों की संख्या 597 बताई गई है। वहीं दूसरी ओर 50 वोटर किसी से संपर्क में नहीं हैं। पार्टी के अंदर चर्चा का माहौल गरम है। सूत्रों का कहना है कि ये वो नेता हैं, जो शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे को वोट डालने वाले थे। लेकिन अचानक क्या हुआ, किसी को पता नहीं चल पा रहा है। मामले के बारे में प्रदेश अध्यक्ष मीडिया में ये बयान दे चुके हैं कि गायब नेताओं की संख्या 50 नहीं है। वहीं दूसरी ओर पार्टी कार्यालय की ओर से ये कहकर बात को संभाला जा रहा है कि कई नेता डेंगू की चपेट हैं, इसलिए इस मामले को तूल नहीं दिया जाए।