जंक्शन के पास होटल से पकड़े गए 6 संदिग्ध, सांसद-विधायक से करोड़ों लेनदेन का रजिस्टर भी हुआ बरामद

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। बिहार ATS और जिला पुलिस ने गया जंक्शन स्थित गुरुद्वारा रोड के ग्रैंड पैलेस होटल में ठहरे हुए छह संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे सोमवार की दोपहर से लेकर रात तक पूछताछ जारी रही। इस बीच ATS की टीम ने संदिग्धों के पास से बरामद 20 लीटर के ग्रीस के जार को अपने कब्जे में लिया। जार में बम है या नहीं या फिर उस में कोई घातक केमिकल है, इस बात की जांच देर रात तक ATS की टीम विभिन्न यंत्रों की मदद से कर रही थी।

बावजूद इसके देर रात तक यह स्पष्ट नहीं हो सका था कि आखिरकार बंद जार के अंदर कौन सा घातक तत्व है। न ही इस बाबत पुलिस ही बता रही है। जिला पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। संबंधित मामले में पुलिस व ATS की टीम किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। संदिग्धों के पास एक रजिस्टर भी बरामद किया गया है। उस पर करोड़ों रुपये के लेनदेन की बात दर्ज है। सांसद, विधायक को भी पैसे देने का उल्लेख किया गया है। वह करोड़ों रुपये में। लेकिन इस बात का उस रजिस्टर में खुलासा नहीं किया गया है कि वह सांसद और विधायक कौन है।

ग्रैंड पैलेस होटल बीते कुछ समय से कुछ युवकों का लगातार आना-जाना बना हुआ था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हिरासत में लिए गए छह संदिग्ध बीते एक महीने से इसी होटल में आ रहे थे और फिर जा रहे थे। बीते 15 दिनों से लगातार ये यहीं टिके हुए थे। सोमवार की दोपहर 12 बजे ATS की टीम अचानक से गया पहुंची और होटल में छापेमारी कर छह संदिग्धों को अपने कब्जे में ले लिया।

इसके बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए युवकों में से एक गया के बेलागंज का रहने वाला दुर्गेश बताया जा रहा है। हालांकि, नाम को लेकर ATS की टीम पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है। इसके अलावा 3 यूपी के रहनेवाले हैं। इनमें से 1 बनारस का है। शेष 2 में से 1 कोलकता है और 1 का पता कंफर्म नहीं हो सका है। पुलिस सूत्रों की मानें तो छह में तीन पुराने शातिर हैं। ATS की 2 टीमें विशेष रूप से पटना से यहां आई हैं। एक टीम पूछताछ कर रही है तो दूसरी 20 लीटर वाले बंद जार की जांच में लगी है।

जांच टीम सोमवार की देर शाम होटल पहुंची और जांच के बाद करीब 12 बजे पकड़े गए 2 आरोपियों व बरामद जार को भारी सुरक्षा बल के बीच पंचायती अखाड़ा पुलिस अड्‌डा से गली से होते हुए फल्गु नदी में पहुंची। बीच फल्गु नदी में बंद जार को खोला गया और उसमें क्या निकाला गया इस बात की जानकारी फिलहाल ATS टीम ने नहीं दी है। पुलिस का कहना है कि उसे भी पता नहीं है कि जार में से आखिरकार कौन सा घातक अम्ल या तत्व निकला। इसके बाद जांच टीम अपने साथ दोनों आरोपियों और जार को लेकर वापस ग्रैंड होटल पहुंची गई। होटल में पूछताछ की कार्रवाई चल रही है।

बीते 15 दिनों में पकड़े गये संदिग्धों ने करीब 45 हजार रुपये का केवल खाना खाया है। खास बात यह भी है खाने का बिल भी उन संदिग्धों ने होटल वाले को भुगतान नहीं किया है। पकड़े गए लड़कों ने होटल प्रबंधक को बताया था कि वह रविवार को खाने के बिल का भुगतान कर देगा लेकिन वह सोमवार की दोपहर ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

हालांकि सोमवार की शाम SSP आदित्य कुमार संबंधित मामले के बाबत कहा था कि मामला मनी लॉड्रिंग से जुड़ा हुआ है। लेकिन, ATS टीम के 25 लोगों द्वारा पूछताछ और जांच किया जाना किसी बड़े मामले की ओर संकेत दे रहा है। वहीं पूछताछ के दौरान मौजूद सिटी DSP राकेश कुमार का कहना था कि हमलोग फिलहाल किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे है। जांच चल रही है।

पटना से विक्रांत की रिपोर्ट

 

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