NEWSPR डेस्क। भोजपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां झारखंड पुलिस में तैनात एक हवलदार की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह सनसनीखेज वारदात चांदी थाना क्षेत्र के भगवतपुर गांव में शुक्रवार देर रात उस वक्त हुई, जब हवलदार अपने ही घर में सो रहे थे।
मृतक की पहचान भगवतपुर गांव निवासी 60 वर्षीय पशुपति नाथ तिवारी के रूप में हुई है। वे स्वर्गीय राम सुरेश तिवारी के पुत्र थे और झारखंड के हजारीबाग जिले में चालक हवलदार के पद पर कार्यरत थे। जानकारी के अनुसार, वे करीब एक सप्ताह पहले छुट्टी लेकर अपने पैतृक गांव आए थे।
शनिवार की सुबह जब परिजन उन्हें जगाने पहुंचे, तो खून से लथपथ शव देखकर सभी के होश उड़ गए। मृतक की गर्दन पर धारदार हथियार से किए गए गहरे जख्म पाए गए. जिससे साफ है कि हत्या बेहद नृशंस तरीके से की गई है। घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना की सूचना मिलते ही चांदी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीओ-2 रंजीत कुमार सिंह, आरा सदर एसडीपीओ-2 रंजीत सिंह और थानाध्यक्ष राकेश रौशन पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया. जिसने वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाए हैं।
मृतक के बड़े भाई भारत भूषण तिवारी ने बताया कि कुछ दिन पहले घर में चोरी की घटना हुई थी, जिसकी जानकारी मिलने के बाद पशुपति नाथ तिवारी अपनी पत्नी के साथ गांव आए थे। शुक्रवार की रात वे पत्नी के साथ आग सेंक रहे थे। इसके बाद उनकी पत्नी एक कमरे में सोने चली गईं. जबकि पशुपति नाथ तिवारी दूसरे कमरे में सोने चले गए। इसी दौरान अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी। वही परिजनों का कहना है कि किसी से कोई पुरानी दुश्मनी नहीं है, जिससे हत्या के कारणों को लेकर रहस्य और गहरा गया है।
वहीं मौके पर पहुंचे आरा सदर एसडीपीओ-2 रंजीत सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला धारदार हथियार से हत्या का प्रतीत होता है। पुलिस एफएसएल की मदद से हर एंगल से जांच कर रही है और जल्द ही इस हत्याकांड में शामिल आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की गहन छानबीन जारी है। इस निर्मम हत्या ने एक बार फिर इलाके की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आरा से आकाश कुमार की रिपोर्ट…