बिहार में सड़क विकास का नया अध्याय – पांच एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू

Jyoti Sinha

पिछले दो दशकों में बिहार में सड़कों और पुलों का तेजी से विस्तार हुआ है। अब इसी कड़ी में राज्य को पांच बड़े एक्सप्रेस-वे का तोहफ़ा मिलने जा रहा है। इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने के बाद राज्य का हर कोना राजधानी पटना से महज 3 घंटे 30 मिनट की दूरी पर होगा। कुल 1,626 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे नेटवर्क का निर्माण कार्य 2027 तक पूरा होने का लक्ष्य है।

1. रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे

लगभग 26,704 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह 407 किमी लंबा छह-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे रक्सौल को पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट से जोड़ेगा। इससे भारत-नेपाल के बीच व्यापार को नया आयाम मिलेगा और सफर का समय घटकर 10 घंटे से कम रह जाएगा।

2. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे

करीब 29,724 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह 417 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे आठ जिलों से गुजरेगा। वाहनों को 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की सुविधा होगी। इसके तैयार होने पर गोरखपुर से सिलीगुड़ी की दूरी महज 5-6 घंटे में तय की जा सकेगी।

3. पटना-पूर्णियां एक्सप्रेस-वे

28,415 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के तहत 245-282 किमी लंबा मार्ग बनाया जाएगा। पटना से पूर्णियां की दूरी जो अभी 7-8 घंटे में तय होती है, वह घटकर केवल 3 घंटे रह जाएगी। इस एक्सप्रेस-वे से वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जिलों को लाभ होगा।

4. वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे

610 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे का करीब 160 किमी हिस्सा बिहार से होकर गुजरेगा। इसकी लागत 11,206 करोड़ रुपये है। वाराणसी से कोलकाता का सफर जो अभी लगभग 15 घंटे लेता है, वह घटकर 9 घंटे में पूरा हो सकेगा। इसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

5. बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे

करीब 22,800 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह 380 किमी लंबा हाई-स्पीड कॉरिडोर बिहार के औद्योगिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों को जोड़ेगा। बक्सर से भागलपुर की यात्रा, जो अभी 6-8 घंटे लेती है, वह घटकर केवल 2-3 घंटे रह जाएगी। इससे व्यापार और पर्यटन को बड़ा फायदा होगा।

बिहार के विकास को नई रफ्तार

राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर इन परियोजनाओं के लिए 1.18 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की है। सभी एक्सप्रेस-वे 2027-28 तक तैयार हो जाने के बाद बिहार की कनेक्टिविटी नए स्तर पर पहुंचेगी। लोग जाम की समस्या से मुक्त होंगे और सफर तेज़ और आसान होगा।

Share This Article