मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री और शहरवासी जल्द ही एक अनूठे भोजन अनुभव का आनंद ले सकेंगे, जहां स्वाद और ट्रेन यात्रा का रोमांच एक साथ मिलेगा। भारतीय रेलवे द्वारा पुराने रेल कोच को रेस्टोरेंट में बदलने की अनोखी योजना पर काम किया जा रहा है। इस रेस्टोरेंट को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इसमें भोजन करते समय लोगों को चलती ट्रेन में बैठने जैसा अनुभव हो।यह पहल भारतीय रेलवे की एक रचनात्मक और व्यावसायिक सोच का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य न केवल पुराने कोचों का पुनः उपयोग करना है, बल्कि रेलवे के राजस्व में इजाफा करना भी है।
यह सिर्फ एक खाने की जगह नहीं, बल्कि एक थीम-आधारित डाइनिंग डेस्टिनेशन होगा, जो ग्राहकों को खास अनुभव देगा।यहां पेश किए जाने वाले व्यंजन विविध और लज़ीज़ होंगे। मेन्यू में पारंपरिक बिहारी पकवान जैसे लिट्टी-चोखा, सत्तू पराठा, आलू-बैगन की सब्ज़ी के साथ-साथ बटर चिकन, मटन करी, फिश फ्राई और तंदूरी कबाब जैसे मांसाहारी विकल्प होंगे। अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों में पास्ता, नूडल्स, थाई करी, पिज्ज़ा और सूप जैसी चीजें मिलेंगी। मिठाइयों में रसगुल्ला, गुलाब जामुन, आइसक्रीम, फ्यूज़न डेज़र्ट्स और माउथ फ्रेशनर भी उपलब्ध रहेंगे।इस अनोखे रेस्टोरेंट की खास बात यह होगी कि इसमें ट्रेन के सीट जैसे डाइनिंग अरेंजमेंट, खिड़कियों से बाहर ट्रेन व्यू, एसी सुविधा और वेटर्स की ड्रेस रेलवे कर्मचारियों जैसी होगी।
इससे ग्राहकों को एक अलग ही माहौल का अहसास होगा, मानो वे किसी चलती ट्रेन में सफर करते हुए भोजन कर रहे हों। यह न केवल स्वाद, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव और पुरानी यादों को भी ताज़ा करेगा।इससे पहले सोनपुर मंडल में हाजीपुर और छपरा सहित चार स्थानों पर ऐसे कोच रेस्टोरेंट पहले ही शुरू किए जा चुके हैं, और हाजीपुर स्टेशन पर इससे लगभग 76 लाख रुपये की अतिरिक्त आय की संभावना जताई गई है।अब जब मुजफ्फरपुर स्टेशन को इस योजना में जोड़ा जा रहा है, तो इससे न केवल रेलवे की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि यात्रियों और स्थानीय लोगों को एक नई सुविधा और अनुभव मिलेगा।