मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीवान और सारण जिलों में हुए जहरीली शराब कांड की उच्चस्तरीय समीक्षा की। उन्होंने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि घटनास्थल पर जाकर स्थिति की जानकारी लें और सघन जांच करें। एडीजी (प्रोहिबिशन) की टीम को भी घटनास्थल पर जांच के लिए भेजा गया है, ताकि संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को पूरे घटनाक्रम की मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने राज्य के लोगों से अपील की कि शराब पीना गलत है, इससे न केवल स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि यह परिवार और समाज में भी अशांति उत्पन्न करता है।इस कांड में पिछले 48 घंटों में कम से कम 27 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती हैं। छपरा और सिवान के 16 गांवों में जहरीली शराब का कहर टूटा है, जहां भगवानपुर हाट मेले में बेची गई स्प्रिट से बनी शराब पीकर लोग बीमार हुए। घटना के बाद, छपरा के मशरक थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।