भगवान ‘राम’ के बाद अब ‘बुद्ध’ पर शुरू हुआ रार, नेपाल ने भारतीय विदेश मंत्री के बयान पर जताया विरोध

Sanjeev Shrivastava
Prime Minister KP Sharma Oli and Indian Minister of External Affairs S Jaishankar shaking hands during a meeting, in Kathmandu, on Wednesday. Photo: THT

पटना : नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के द्वारा भगवान राम का जन्म स्थान नेपाल में बताए जाने से हुए भारत में विरोध के बाद, अब नेपाल में भारत का जमकर विरोध हो रहा हैं। दरअसल भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि गौतम बुद्ध भारतीय है। वहीं विदेश मंत्री के इस बयान के बाद नेपाली विदेश मंत्रालय ने नराजगी जाहिर की है। नेपाल का कहना है कि गौतम बुद्ध पर मामला संदेह और विवाद से परे है और इस तरह बहस का विषय नहीं हो सकता है।

वहीं नेपाल के विरोध को लेकर पहले ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा है भागवना बुद्ध का जन्म नेपाल में हुआ है लेकिन बुद्ध साझा विरासत का हिस्सा हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि गौतम बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में हुआ था, जो नेपाल में है।

इधर नेपाल ने अपने बयान में कहा है कि यह सच है कि बौद्ध धर्म नेपाल के बाद दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल है लेकिन मामला संदेह और विवाद से परे है और इस तरह बहस का विषय नहीं हो सकता। पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय इससे अवगत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी साल 2014 नेपाल यात्रा के दौरान कहा था कि नेपाल शांती वाला देश है, जहां बुद्ध का जन्म हुआ था।

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