CTET पास ई-रिक्शा वाला, परीक्षा पास करने के बाद भी नहीं मिली नौकरी तो ई-रिक्शा को बनाया रोजगार

NEWSPR डेस्क। बेगूसराय में पढ़ लिखकर नौकरी नहीं मिलने पर स्वरोजगार को अपनाने वाले एक ऐसा ही युवा लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। मोहम्मद जहांगीर नामक यह युवा CTET पास है और जिसने अपनी डिग्री को तमगे के रूप में लटकाकर ई रिक्शा चलाने का काम करता है। CTET पास रिक्शा वाला के नाम से मशहूर मो. जहांगीर न सिर्फ अच्छी आमदनी कर रहे हैं। बल्कि जितनी पॉपुलरिटी उनको शिक्षक की नौकरी कर प्राप्त नहीं मिल पाती उतनी पॉपुलरिटी आज उनको अपने इलाके में मिल रही है। जहांगीर का रिक्शा जहां से भी गुजरता है लोग उसे सम्मान देते हैं। उसके रिक्शा पर बैठ कर गौरवान्वित महसूस करते हैं।

भगवानपुर थाना क्षेत्र के चन्दौर गांव निवासी मो. शमसुल के पुत्र मो. जहांगीर इलाके में आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। CTET के डिग्री धारी जहांगीर पिछले 2 महीनों से ई-रिक्शा चलाकर अपना और अपने परिवार का पेट पालन करते हैं। शुरू-शुरू में यह काम उनके लिए बेहद ही हास्यास्पद था। पर वक्त के साथ साथ सब कुछ समान्य हो गया।

इस संबंध में जहांगीर बताते हैं कि उन्होंने बड़ी मेहनत से अपनी पढ़ाई पूरी की और CTET के एग्जाम में पास भी हुए। उन्हें लगा कि अब वह वक्त दूर नहीं है जब वह भी शिक्षक बनकर सब समाज का एक हिस्सा बनेंगे। वहीं बच्चों को पढ़ा कर अपने दायित्व का निर्वाह करेंगे पर हुआ इससे उल्टा। नौकरी नहीं मिलने से नाराज जहांगीर में लोन पर एक रिक्शा लिया और उसने अपने रिश्ते पर CTET रिक्शा वाला लिखकर भगवानपुर के इलाके में ई रिक्शा चलाने का काम शुरू कर दिया।

इस दौरान जहांगीर को पढ़ लोग कटाक्ष भी करते हैं, कहते हैं कितने पढ़े पढ़ लिख कर रिक्शा चलाते हो। जहांगीर इसे कहते हैं कि वक्त का मारा था और सिस्टम का हारा था। बाद में जहांगीर की यह भी चर्चा हो गई और बाद में लोग उसे सम्मान भी देने लगे। फिलहाल जहांगीर बताते हैं कि वह प्रतिदिन 400 से ₹500 आराम से कमा लेते हैं जिससे उनका घर परिवार अच्छे से चल रहा है। जहांगीर को जानने वाले लोग बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही पढ़ाई में मेधा भी था। जिसका उसने CTET का एग्जाम भी निकाला। पर सिस्टम का मारा जहांगीर को नौकरी नहीं मिल पाई तो उसने ई रिक्शा चलाना शुरू कर दिया।

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