राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के मौके पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवास्तव ने दी बधाई जानिए इसे मनाने की वजह और Air Pollution कम करने के तरीके

NEWSPR डेस्क। वर्ष 1984 में भोपाल गैस ट्रेजेडी में अनेक लोगों की मृत्यु हुई थी. इस त्रासदी को याद करते हुए और प्रदूषण की रोकथाम पर जोर देने के लिए हर साल 2 दिसंबर के दिन राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है. इस दिन के महत्व की बात करें तो जहरीली हवा से और लोगों को जान ना गंवानी पड़े इस चलते यह दिन वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने की तरफ एक कदम है. यहां ऐसे कुछ तरीके बताए जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने स्तर पर पर्यावरण को स्वच्छ रखने की कोशिश कर सकते हैं.

साइकिल का इस्तेमाल

वाहनों से निकलने वाला धुआं वायू प्रदूषण की बड़ी वजह है. कोशिश करें कि आप साइकिल का ज्यादा इस्तेमाल करें. अगर बच्चे स्कूल साइकिल चलाकर जा सकते हैं तो आप कार लेकर ना जाएं. वहीं, निजी वाहन के बजाय जितना हो सकते सार्वजनिक यातायात के साधनों का इस्तेमाल करें.

बिजली की खपत कम करना
हमारे घर तक पहुंच रही बिजली जिन ईंधनों से निकलकर आती है वे वायू प्रदूषण में पूरा योगदान देते हैं. जब बिजली की जरूरत ना हो तो उसका इस्तेमाल ना करें. लाइट, पंखे, एसी या कूलर जरूरत पड़ने पर ही चलाएं. बच्चों में भी शुरू से यही आदतें डालें.

पौधे लगाना
आप अपनी बाल्कनी में या घर के आंगन में पौधे लगा सकते हैं. इससे ना सिर्फ आप जहरीली हवा को साफ करने में योगदान देंगे बल्कि साफ हवा उत्पन्न भी होगी.

धूआं कम करना
धुम्रपान, कोयला जलाना, पटाखे जलाना या फिर लकड़ी जलाने से आप वायू प्रदूषण को बढ़ाने का काम करते हैं. दीवाली के बाद खासकर धूआं सिर पर मंडराने लगता है. यह छोटे-छोटे काम ही बड़ी समस्या का कारण बनते हैं. इनसे परहेज करें और अपने वातावरण को स्वच्छ रखने का प्रयास करें.

former State Vice President cum Spokesperson of JDU Traders Cellknow the reason for celebrating it and ways to reduce air pollutionOn the occasion of National Pollution Control DaySanjeev Srivastava congratulated