NEWSPR डेस्क। राजधानी में दहेज़ के लिए फिर हुई एक बेटी की हत्या, महज बाइक, नकद व जमीन के लिए 16 माह पहले शादीशुदा पम्मी कुमारी की हत्या कर दी गई है. मायके वालाें ने पम्मी के पति माणिक प्रसाद शाही, ससुर विनय कृष्ण प्रसाद शाही व सास पर जहर देकर हत्या करने का केस एसकेपुरी थाना में दर्ज कराया है.
पुलिस ने पति काे गिरफ्तार कर लिया। वही अन्य नामजद फरार हैं। पम्मी की शादी 19 जून 2019 काे आनंदपुरी में रहने वाले माणिक शाही से हुई थी। पम्मी काे पांच माह की एक बच्ची भी है। पम्मी मनेर के नरहना गाेपालपुर के रहने वाले रामायण सिंह की बेटी थी। थानेदार सतीश कुमार सिंह ने बताया कि पति, ससुर व सास पर दहेज हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने पति काे गिरफ्तार कर लिया है।
– तीन दिन पहले जहर दे दिया, सूचना तक नहीं दी, नाम बदलवाकर इलाज हाे रहा था
पम्मी के भाई कुंदन ने बताया कि माणिक कुछ नहीं करता था। वह दहेज के रूप में बाइक, नकद और उससे सादे कागज पर साइन मांगता था ताकि पम्मी की जमीन काे वह कब्जा कर सके। पम्मी इससे इनकार करती थी।
पहले कई बार यह सब मांगा गया। उसके साथ मारपीट हाेती थी। कुंदन के अनुसार, तीन दिन पहले घर में जहर दे दिया पर इलाज कराने के लिए तीन घंटे बाद पटेलनगर स्थित हाॅली प्राेमिज अस्पताल ले जाया गया पर ससुराल वालाें ने इसकी सूचना हम लाेगाें काे नहीं दी।
बभनपुरा में रहने वाले मामा की पत्नी काे किसी ने इसकी सूचना दी। उन्हाेंने यह जानकारी अपने देवर काे दी। मामी के देवर से मायके वालाें काे जानकारी मिली। कुंदन ने बताया कि पता चला था कि पारस अस्पताल में इलाज हाे रहा है। वहां गए तब पम्मी का पता नहीं चला। फिर पटेलनगर स्थित हाॅस्पीटल गए ताे जीजा यानी माणिक काे देखे। उन्हाेंने कुछ नहीं बताया।
कुंदन के अनुसार, पम्मी कर इलाज नाम बदलवाकर अर्पणा कुमारी के नाम से कराया जा रहा था। मायके वालाें काे देखकर माणिक फरार हाेने के फिराक में था पर हम लाेगाें ने पकड़कर एसकेपुरी थाना काे सूचना दे दी। पांच माह की भांजी काे लेकर माणिक के मां-बाप घर से फरार हैं।
विक्रांत कि रिपोर्ट…