बिहार, जो अपनी प्रतिभा और मेहनती युवाओं के लिए जाना जाता है, ने एक बार फिर अपनी क्षमता का प्रमाण दिया है। लखीसराय जिले के छोटे से गांव अरमा के अतुल आनंद ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से अमेरिका में बड़ी सफलता हासिल की है। उन्हें अमेरिकन कंपनी लुमेन टेक्नोलॉजी ने 2.5 करोड़ रुपये का सालाना पैकेज ऑफर किया है।
सफलता का सफर– अतुल आनंद की प्रारंभिक शिक्षा बक्सर के सरस्वती विद्या मंदिर में हुई, जहां उन्होंने 2012 में 94% अंकों के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने भागलपुर के एक कॉलेज से इंटरमीडिएट किया। उच्च शिक्षा के लिए वह चेन्नई गए और फिर कोलोराडो यूनिवर्सिटी से एमएस की डिग्री हासिल की।इस दौरान, आंध्र प्रदेश की एक सहपाठी ने उन्हें प्रेरित किया, जिससे उनकी अमेरिका जाकर पढ़ाई और करियर बनाने की इच्छाशक्ति और मजबूत हो गई। 2018 में, अतुल ने अमेरिकी कंपनी सिस्को में 25 लाख रुपये के पैकेज पर नौकरी शुरू की। वहां उनकी प्रतिभा को पहचाना गया, और उन्होंने कई पुरस्कार भी जीते। अब, लुमेन टेक्नोलॉजी ने उन्हें 2.5 करोड़ रुपये का शानदार पैकेज दिया है।परिवार का शिक्षा से गहरा नाताअतुल आनंद का परिवार शिक्षा के क्षेत्र में विशेष पहचान रखता है। उनके पिता, राजीव कुमार सिंह, शिक्षक हैं, और मां, रिंकू कुमारी, आंगनबाड़ी सेविका हैं। उनके चाचा स्कूल के हेडमास्टर हैं, और चाची को शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है। उनके छोटे भाई, केशव आनंद, भी बेंगलुरु की एक कंपनी में 10 लाख रुपये सालाना के पैकेज पर काम कर रहे हैं।कड़ी मेहनत और प्रेरणा का परिणामअतुल की सफलता न केवल उनकी मेहनत का नतीजा है, बल्कि उनके परिवार और आंध्र प्रदेश की सहपाठी द्वारा दिए गए प्रेरणा का भी। अतुल ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए कभी हार नहीं मानी। पहले तीन महीने उन्हें 70 लाख रुपये सालाना के पैकेज पर ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके बाद 2.5 करोड़ रुपये सालाना का पैकेज लागू होगा।
युवाओं के लिए प्रेरणा-अतुल आनंद की कहानी यह साबित करती है कि बिहार के युवा अपनी प्रतिभा और मेहनत से हर चुनौती को पार कर सकते हैं। यह सफलता अन्य युवाओं के लिए एक प्रेरणा है कि अगर संकल्प मजबूत हो, तो दुनिया की कोई भी सीमा उन्हें रोक नहीं सकती।