NEWSPR डेस्क। भागलपुर : बाका अमरपुर प्रखंड क्षेत्र के कुशमाहा पंचायत के निर्वतमान मुखिया मुन्नी देवी को पारिवारिक एवं चुनावी रंजिश में उसके रिश्तेदार ने ही घर के आगे गोली मार दिया । मुन्नी देवी को गोली पेट में लगने से वह वहीं जमीन पर गिर पड़ी । स्वजनों ने जख्मी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया । जहां चिकित्सक ने गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया । गोली मारने वाला निवर्तमान मुखिया मुन्नी देवी की ननद का पुत्र उपेंद्र उर्फ ओपी मंडल है । जो मूलरूप से कजरा गांव का है । लेकिन पिछले एक दशक से बिदुआ में ही घर बनाकर रह रहा था । निर्वतमान मुखिया के पुत्र देवराज मंडल ने बताया कि उसकी मां घर के आगे खड़ी थी । इसी दौरान उपेंद्र उर्फ ओपी मंडल देशी कट्टा लहराते हुए आया । जबतक हमलोग कुछ समझ पाते उसकी मां के पेट में गोली मारकर गांव के दक्षिण की ओर भाग गया ।
बतातें चलें कि तीन वर्ष पूर्व निर्वतमान मुखिया के पति नवल किशोर चौहान का कर दिया था । मुखिया पति अपने पुत्र के साथ एक शादी समारोह में भाग लेने बाछनी गांव गया था । वहां से बाइक से लौटने के क्रम में बाछनी स्कूल के समीप पूर्व से घात लगाये अपराधियों ने तबाड़तोड़ गोलीबारी कर नवल किशोर चौहान का हत्या कर दिया था । लेकिन इस घटना में मुखिया पुत्र बाल-बाल बच गया था । मुखिया पति के हत्या में उपेंद्र उर्फ ओपी मंडल भी आरोपित है । जो फिलवक्त उक्त केस में फरार चल रहा है । कई ग्रामीणों ने बताया कि मुखिया पति के हत्या में उपेंद्र मंडल के अलावा बिदुआ उत्तरी टोला के उसके रिश्तेदार सीताराम मंडल एवं उसका तीन पुत्र समेत एक दर्जन आरोपित हैं । जो फिलवक्त जेल में है । पिछले पंचवर्षीय पंचायत चुनाव में नवल किशोर चौहान ने सीताराम मंडल के सहयोग से ही पत्नी को मुखिया बनाया था । लेकिन पत्नी के मुखिया बनने के बाद नवल किशोर चौहान ने सीताराम मंडल एवं उसके पुत्र को दरकिनार कर दिया । जो सीताराम मंडल एवं उसके पुत्र को नागावार गुजरा । यहीं अनदेखी नवल के हत्या का कारण बना ।
चुंकि नवल किशोर चौहान एवं सीताराम मंडल रिश्तेदार होने के कारण नवल हत्याकांड में समझौते तक बात पहुंची । जिसमें समझौते में तय हुआ कि इस पंचायत चुनाव में सभी एकबार मिलजुल कर मुन्नी देवी को मुखिया बनाने में सहयोग करना है । तब नवल हत्या मामले केस में समझौता कर लिया जायेगा । समझौते के अनुसार मुन्नी देवी को सीताराम मंडल के परिवार ने मुखिया चुनाव में भरपूर सहयोग किया । लेकिन अंततः मुन्नी देवी चुनाव हार गई । मुन्नी देवी का सीताराम मंडल से समझौता का उपेंद्र उर्फ ओपी मंडल विरोध कर रहा था । लेकिन मुन्नी देवी ने उपेंद्र के विरोध कर सीताराम मंडल से समझौता करने पर अड़ रही । यहीं कारण है कि उपेंद्र उर्फ ओपी मंडल ने गोली मारकर हत्या करने का प्रयास किया । घटना की सूचना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर छानबीन कर रही है । थानाध्यक्ष मोहम्मद सफदर अली ने बताया कि स्वजनों के बयान पर केस दर्ज किया जा रहा है । शीघ्र ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।