पूर्वी चंपारण जिले के अरेराज अनुमंडल में फर्जी राशन कार्ड मामले में प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। एसडीओ अरुण कुमार ने कार्रवाई करते हुए लगभग 10,000 अपात्र लाभुकों के राशन कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनमें वे लोग शामिल हैं जो आयकरदाता हैं, महंगे लग्ज़री वाहन के मालिक हैं, या किसान सम्मान निधि योजना का लाभ एक से अधिक बार उठा चुके हैं।
सरकारी योजनाओं का गलत फायदा उठाने वालों की होगी छुट्टी
एसडीओ की जांच में सामने आया कि कई लोगों ने आधार कार्ड और दस्तावेजों में हेराफेरी कर खुद को गरीब दर्शाकर सरकार से मुफ्त राशन का लाभ उठाया। मगर जब आधार से जुड़े डाटा की गहन पड़ताल की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए —
- कई लाभुक इनकम टैक्स फाइलर निकले,
- कुछ के पास महंगे वाहन पाए गए,
- और कुछ दंपतियों के नाम पर 5-5 एकड़ ज़मीन दर्ज थी, बावजूद इसके वे किसान सम्मान निधि योजना का भी फायदा ले रहे थे।
संग्रामपुर, हरसिद्धि, पहाड़पुर और अरेराज में सर्वे के बाद एक्शन
अरेराज अनुमंडल के चारों प्रमुख प्रखंडों में की गई जांच में बड़ी संख्या में ऐसे लाभुक सामने आए जिनके दस्तावेज फर्जी या गलत निकले। एसडीओ ने सभी अपात्र लाभार्थियों को एक सप्ताह के भीतर जवाब देने का मौका देते हुए नोटिस जारी किया है। तय समय सीमा में पक्ष नहीं रखने वालों के राशन कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे।
प्रशासन की सख्ती से फर्जी लाभुकों में मचा हड़कंप
एसडीओ की इस कार्रवाई से फर्जीवाड़े से सरकारी लाभ लेने वालों में खलबली मच गई है। वर्षों से जो लोग झूठे दस्तावेजों के दम पर राशन उठा रहे थे, अब उन्हें अपनी करतूतों का हिसाब देना होगा। इस पूरे मामले को प्रशासन ने “जनहित और न्याय” से जोड़ते हुए सख्त कार्रवाई का संकेत दिया है।