NEWSPR DESK- सासाराम। जिले के धौड़ह थानाध्यक्ष जयराम शुक्ला को कर्तव्यहीनता एवं कार्य में बरती जा रही लापरवाही को देखते हुए मंगलवार को शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआईजी नवीन चन्द्र झा के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है।
बताया जाता है कि बीते मार्च 2023 में दर्ज एक कांड में ओपी के एक अनुसंधानकर्ता द्वारा जिला परिवहन पदाधिकारी को 14 दिन बाद प्रतिवेदन दिया गया था। जिसे डीआईजी ने गंभीरता से लिया और पाया कि तत्कालीन ओपी प्रभारी का अपने ओपी के पत्राचार पर नियंत्रण हीं नहीं था।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए एसपी विनीत कुमार ने बताया कि बीते वर्ष बालू ओवरलोडिंग के एक मामले में जिला परिवहन पदाधिकारी को ओपी के एक अनुसंधानकर्ता द्वारा कार्य में घोर लापरवाही बरतते हुए 14 दिन बाद प्रतिवेदन भेजा गया था। जिससे स्पष्ट है कि तत्कालीन ओपी प्रभारी जयराम शुक्ला द्वारा मामले में लापरवाही बरती गई तथा ओपी के पत्राचार पर भी उनका नियंत्रण नहीं है।
एसपी ने बताया कि डीआईजी के आदेश अनुपालन की स्थिति में उन्हें निलंबित कर लाइन क्लोज किया गया है तथा जिले के लापरवाह पुलिस पदाधिकारीयों के लिए भी यह एक सख्त संदेश है।
इधर जिले के लापरवाह पुलिस पदाधिकारीयों के खिलाफ हो रही लगातार कार्रवाई से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है। हाल ही अगरे थानाध्यक्ष, अमझोर सर्किल इंस्पेक्टर, चेनारी थानाध्यक्ष सहित तिलौथू थानाध्यक्ष के खिलाफ भी कर्तव्य हीनता एवं कार्य में बरती जा रही लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
जिससे साफ संदेश दिया जा रहा है कि रोहतास पुलिस किसी भी तरह की लापरवाही को कतई बर्दाश्त करने वाली नहीं है। गौरतलब हो कि दो दिन पूर्व हीं पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर धौड़ाड़ ओपी को स्वतंत्र रूप से थाने का दर्जा प्राप्त हुआ था तथा तत्कालीन ओपी प्रभारी जयराम शुक्ला हीं नए थानाध्यक्ष बनाए गए थे। लेकिन थानाध्यक्ष बनने के 2 दिन बाद हीं हुई इस कार्रवाई से हर कोई हतप्रभ है तथा सिर मुड़ाते हीं ओले पड़ने वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।