NEWSPR डेस्क। राजधानी से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहाँ इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) की एक महिला जूनियर रेजीडेंट ने बीपी कम करने की 50 गोलियां खा ली। दवा का असर होते ही थोड़ी देर में उनकी हालत बिगड़ने लगी। देर रात उन्हें संस्थान के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत काफी नाजुक बताई जा रही है।
वही डॉक्टरों का साफ कहना है की बीपी कम करने वाली दवा खाने के कारण उनका ब्लड प्रेशर अचानक से काफी कम हो गया, जिससे वह क्रिटिकल पोजीशन में चली गई है। जूनियर रेजीडेंट ने सुसाइड का प्रयास क्यों किया है इसकी अभी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। IGIMS मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनके उपचार में लगी है, लेकिन दवा का डोज अधिक होने के कारण उनकी हालत काफी नाजुक हो गई है।
थोड़ी देर में ही हो गया दवा का असर
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्था के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल का कहना है कि जूनियर रेजीडेंट ने बीपी कम करने की तेज दवा की 50 गोली खाकर सुसाइड करने का प्रयास किया है। दवा के असर से उनकी हालत खराब हो गई। देर रात उन्हें आनन फानन में इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है और इलाज किया जा रहा है। जूनियर रेजिडेंट की हालत काफी खराब है। आईसीयू में विशेष टीम को लगाया गया है लेकिन हालत में सुधार नहीं हो रहा है।
फिलहाल, जूनियर रेजिडेंट बात करने की स्थिति में नहीं हैं। इस कारण से दवा का अधिक डोज लेकर जान देने के प्रयास का कारण सामने नहीं आ रहा है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट के मुताबिक वह महिला जूनियर रेजीडेंट मूल रूप से रांची की रहने वाली हैं। बताया जा रहा है कि जूनियर रेजीडेंट जहानाबाद जिले में तैनात एक बड़े प्रशासनिक अफसर की रिश्तेदार हैं, घटना के बाद उनके परिवार के लोगों के साथ उनके रिश्तेदार भी पटना पहुंच गए हैं।