कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा. एक तरफ जहां दूसरी लहर ने लोगों के मन में डर पैदा कर चुकी है. वहीं, तीसरी लहर के आने से पहले लोगों में अपने बच्चों के प्रति डर का माहौल पैदा हो चुका है.
जिसको लेकर सरकार भी अपनी तरफ से कोशिशों में लगी है कि जल्द से जल्द छोटे बच्चों के लिए भी वैक्सीन तैयार की जा सके.
आपको बता दें, एम्स में शुक्रवार यानी (28 मई) से 2 से 18 साल तक के बच्चों पर को वैक्सीन (covaxin) के डोज का ट्रायल होगा. ट्रायल का पहला और दूसरा चरण साथ-साथ चलेगा. इसके लिए एम्स ने दोनों चरणों के ट्रायल के लिए करीब 80 बच्चों का लक्ष्य रखा है.
कोरोना वैक्सीन के डोज के पहले चरण के ट्रायल में बच्चों को पहले डोज के 4 सप्ताह बाद यानी 28 दिन के बाद, दूसरे डोज की खुराक दी जाएगी. अस्पताल के अधिकारी की मानें तो ट्रायल के लिए वैक्सीन की डोज अस्पताल को उपलब्ध हो गई है. अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सी. एन. सिंह ने अभिभावकों से अधिक से अधिक बच्चों को ट्रायल के लिए लाने की अपील की है.
जो अभिभावक बच्चों पर ट्रायल कराना चाहते हैं वे 9471408832 पर सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक संपर्क कर सकते हैं. ट्रायल के लिए एम्स पहुंचने वाले बच्चों का डॉक्टर उनके अभिभावकों से पूरी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी लेंगे. उसके बाद बच्चे का RT-PCR जांच होगी. सभी जांच सही पाए जाने पर बच्चे को ट्रायल के लिए नामांकित किया जाएगा. बच्चे का आधार कार्ड या स्कूल का आईडी कार्ड में से कोई एक दस्तावेज लाना होगा.जाएंगे.
अगर बच्चा स्कूल नहीं जाता है तो उसके माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड या वोटर कार्ड लाना होगा. एम्स प्रबंधन की तरफ से अभिभावक को आने-जाने के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में 700 रुपए दिए जाएंगे.
बताते चलें कि पटना एम्स में कोवैक्सीन के बूस्टर डोज का ट्रायल गुरुवार को संपन्न हुआ. 5 लोगों पर बूस्टर डोज का ट्रायल किया गया. पटना एम्स में 15 लोगों पर अब तक कोरोना के कोवैक्सीन का बूस्टर डोज का ट्रायल हो चुका है. बूस्टर डोज में दो डोज ले चुके लोगों को वैक्सीन का तीसरा डोज दिया जा रहा है.