बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) राज्य के युवा क्रिकेटरों को एक अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है। ‘गेंदबाजों की खोज’ नामक इस पहल का उद्देश्य प्रदेश में छिपी तेज़ और स्पिन गेंदबाजी प्रतिभाओं को तलाशकर उन्हें उचित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन देना है। यह कार्यक्रम 16 से 25 वर्ष के उभरते हुए गेंदबाजों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच देगा, जिससे वे पेशेवर स्तर तक पहुंच सकें।कार्यक्रम का उद्देश्य और चयन प्रक्रियाइस अभियान का मकसद है कि बिहार के युवा गेंदबाजों को खोजकर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार किया जाए। इसके लिए पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में 2 से 7 मई 2025 तक एक प्रतिभा पहचान शिविर आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में स्थानीय चयनकर्ता और कोच खिलाड़ियों का आकलन करेंगे, जबकि अंतिम चरण में दो पूर्व टेस्ट क्रिकेटर, जो राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रह चुके हैं, सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का चयन करेंगे। इस प्रक्रिया में 10 तेज़ गेंदबाज और 10 स्पिनर चुने जाएंगे, जिन्हें राज्य की टीमों के साथ प्रशिक्षण और खेलने के अवसर मिलेंगे।
चयन के मानदंड-
प्रतिभागियों की उम्र 16 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए।वे खिलाड़ी जो ‘प्रेसिडेंट कप 2025’ का हिस्सा नहीं हैं, भाग ले सकते हैं।प्रतिभागी को बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना अनिवार्य होगा।राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर‘गेंदबाजों की खोज’ पहल बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के क्रिकेट विकास कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका लक्ष्य राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उचित संसाधन और मार्गदर्शन देकर उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है। यह कार्यक्रम बिहार के क्रिकेट ढांचे को मज़बूत करेगा और भविष्य में भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगा।इस अवसर पर BCA के सचिव ज़ियाउल आफरीन, गवर्निंग काउंसिल चेयरमैन संजय कुमार सिंह, CEO मनीष राज, क्रिकेट विकास एवं संचालन निदेशक आनंद यालवीगी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।