NEWSPR डेस्क। हाजीपुर सदर अस्पताल के एक स्वास्थ कर्मचारी से इलाज के दौरान मरीज की बेटी से प्यार हो गया। तबीयत बिगड़ने के बाद बेटी ने मां को अस्पताल में एडमिट कराया था। जहां मां की इलाज के दौरान अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारी से मुलाकात हुई और यह मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गयी।
जिस मरीज का देखभाल स्वास्थ्य कर्मचारी कर रहा था। वह उनसे बेटी का हाथ मांगने लगा। फिर क्या था लड़की की मां को लड़का पसंद आ गया और उसकी भी इच्छा थी कि बेटी की शादी अच्छे घर में हो। लड़की के पिता का देहांत काफी दिन पहले हो गया था। बेटी की शादी की जिम्मेदारी मां पर थी। अस्पताल में वह खुद का इलाज कराने के लिए भर्ती हुई थी। जहां उनका देखभाल से लेकर सारी सुविधा उपलब्ध करा रहे स्वास्थ कर्मचारी ने जब पूछा कि क्या वह अपनी बेटी की शादी मुझसे करेंगे।
स्वास्थ कर्मचारी के इस सवाल को सुन मां मन ही मन खुशी से झूम उठी। उसने अपनी बेटी को इसकी जानकारी दी। जब बेटी ने शादी के लिए हामी भरी तब जाकर दोनों की शादी की तैयारी शुरू हो गयी।
महज 7 दिनों के अंदर में ही शादी कर ली
दोनों की शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ ऐतिहासिक व प्राचीन मंदिर हाजीपुर के पातालेश्वर नाथ मंदिर में करायी गयी। इससे पहले बारात लड़की के घर पर पहुंची। सदर अस्पताल के पूरे कर्मी भी इस शादी में शामिल हुए और डीजे की धुन पर जमकर ठुमके लगाए। वही नागिन डांस पर दूल्हे ने भी जमकर डांस किया। बिना दान दहेज की यह शादी संपन्न हुई।
वैशाली से प्रिंस कुमार की रिपोर्ट