NEWSPR डेस्क।औराई प्रखंड के औराई पंचायत भवन को तोड़ उसका मलबा मुखिया व पंचायत सचिव द्वारा बेच दिए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद मामले ने तूल पकड़ा हुआ है। पंचायती राज विभाग के अधिकारी जांच कराने की बात कह रहे हैं। मामला कुछ ऐसे है कि बीते महीने के 14 अप्रैल को प्रखंड पंचायत राज अधिकारी को पंचायत भवन बेचने की सूचना मिली थी। इस बात के पूछे जाने पर मुखिया ने इससे इंकार कर दिया। उसके 27 अप्रैल को जब प्रखंड पंचायत राज अधिकारी ने स्थल निरीक्षण किया तो पंचायत भवन गायब था। इसे बेचे जाने का आरोप भी मुखिया और सचिव पर लगा है।
इन दोनों पर आरोप है की बुलडोजर से पंचायत भवन को तोड़ एक-एक ईंट बेच दी गई। मामला सामने आने के बाद 29 अप्रैल को ही प्रखंड पंचायती राज अधिकारी ने इस पूरे मामले में मुखिया और पंचायत सचिव से जवाब मांगा है। पंचायत भवन की चोरी का मामला सामने आए 10 दिन गुजर चुका है लेकिन आरोपी मुखिया और पंचायत सचिव के खिलाफ अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
प्रखंड पंचायती राज अधिकारी गिरिजेश नंदन की मानें तो 29 अप्रैल के बाद से पंचायत सचिव छुट्टी पर चल रहे हैं। इतना ही नहीं उनका फोन भी ऑफ है। जिसके बाद उन्होंने मौखिक तौर पर जिला पंचायत राज अधिकारी को उन्होंने पूरी घटना के बारे में जानकारी दे दी है। उनके निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं पंचायत सचिव से पूछताछ में पता चला कि पंचायत भवन की नीलामी नहीं की गई है। इस पंचायत भवन का 15 सालपहले पूर्व उद्घाटन किया गया था। पंचायत के मुखिया उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि औराई पंचायत के पंचायत भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में था। कहीं भी बैठने की जगह नहीं थी। इसलिए उसे तोड़ा गया है। इसी जगह सामुदायिक भवन बनेगा।