बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आवाहन पर 16 जनवरी से कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल के दौरान सूबे के सभी 38 जिलों के सिविल कोर्ट और अनुमंडल कोर्ट के कर्मचारी न्यायिक कार्य से अलग रहकर अपनी चार प्रमुख मांगों के समर्थन में संघर्ष करेंगे।
संघ के अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी ने बताया कि कर्मचारियों की मुख्य मांगों में पहली मांग वेतन विसंगति को शीघ्र हल करने की है। दूसरी मांग है कि सभी तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की शीघ्र पदोन्नति की जाए। तीसरी मांग अनुकंपा पर बहाली की शत प्रतिशत व्यवस्था लागू करने की है, जबकि चौथी मांग है कि विशेष न्यायिक कैडर लागू किया जाए। तिवारी ने चेतावनी दी कि यदि ये चारों मांगें पूरी नहीं होतीं, तो हड़ताल जारी रहेगी।इसके अलावा, कर्मचारियों ने यह भी ऐलान किया है कि केस और आवेदन फाइल करने के लिए बनाए गए काउंटर आज से बंद रहेंगे, जिससे लोग अपनी शिकायतें दर्ज नहीं करा पाएंगे।