बिहार बनेगा टेक्नोलॉजी हब — सेमीकंडक्टर और एआई मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की होगी स्थापना

Jyoti Sinha

बिहार अब तकनीकी विकास के नए युग में कदम रखने जा रहा है।
ओडिशा, कर्नाटक और गुजरात की तर्ज पर राज्य में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयों का क्लस्टर स्थापित किया जाएगा।
इस पहल के जरिए बिहार को “इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन” से जोड़ा जाएगा — जिससे राज्य में उद्योग, निवेश और रोजगार के अवसरों में बड़ा विस्तार होने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी जानकारी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर इस बड़ी योजना की जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार के सहयोग से सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां बिहार में औद्योगिक इकाइयां स्थापित करेंगी।
इससे राज्य में चिप निर्माण, डिजाइनिंग और पैकेजिंग यूनिट्स की शुरुआत होगी, जो बिहार के औद्योगिक और तकनीकी विकास में ऐतिहासिक कदम साबित होगी।

इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन से जुड़ेगा बिहार

मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार से इस संबंध में बातचीत चल रही है और जल्द ही बिहार को औपचारिक रूप से इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन में शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अब बिहार में औद्योगिक कॉरिडोर, हाई-क्वालिटी पावर सप्लाई, जल प्रबंधन प्रणाली और कुशल मानव संसाधन जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो किसी भी बड़े तकनीकी निवेश के लिए आवश्यक हैं।

बिहार के उद्यमियों को मिलेगा बड़ा मौका

इस मिशन के तहत महारत्न, नवरत्न और मिनी रत्न कंपनियों के सहयोग से राज्य में निवेश बढ़ाया जाएगा।
इसके अलावा, बिहार के वे उद्यमी और निवेशक जो देश के अन्य हिस्सों में उद्योग चला रहे हैं, उन्हें राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
इससे राज्य में नए उद्योगों की स्थापना और हजारों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

बिहार में बनेगा डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि “मेक इन इंडिया” पहल के तहत बिहार में रक्षा उपकरणों और हथियारों के निर्माण के लिए एक डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किया जाएगा।
इसके लिए रक्षा मंत्रालय और निजी क्षेत्र के बीच साझेदारी (Public-Private Partnership) पर जोर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री का संकल्प — युवाओं को रोजगार, बिहार को विकास की नई दिशा

नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य लक्ष्य युवाओं को अधिक से अधिक सरकारी नौकरियां और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में राज्य के सभी कर्मियों को समय पर वेतन और पेंशन मिल रही है, और इसके लिए बेहतर वित्तीय प्रबंधन सुनिश्चित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा —

“हमारा अगला निश्चय भी युवाओं के रोजगार से ही जुड़ा होगा। हमारा उद्देश्य है कि बिहार आने वाले वर्षों में देश के सबसे विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो।”

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