बिहार को जल्द मिलेगा चौथा एयरपोर्ट, तेजी से निर्माण कार्य हुआ जारी

Patna Desk

बिहार में हवाई कनेक्टिविटी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। राज्य को इस साल 2025 में अपना चौथा एयरपोर्ट मिलने जा रहा है, जो पूर्णिया जिले में स्थित होगा। यह एयरपोर्ट पटना, गया और दरभंगा के बाद बिहार का चौथा हवाई अड्डा होगा।निर्माण कार्य और प्रगति:पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है और इसे प्राथमिकता दी जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों इस परियोजना को पूरा करने के लिए सहयोग कर रहे हैं। हाल ही में, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने पूर्णिया एयरपोर्ट पर सिविल टर्मिनल के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इसके तहत एक अंतरिम टर्मिनल भवन बनाया जाएगा, जिसे चार महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। संभावना है कि जून-जुलाई 2025 तक यहां से हवाई सेवाएं शुरू हो जाएंगी।

बजट और सुविधाएँ:अंतरिम टर्मिनल भवन का निर्माण लगभग 33.99 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है, जो पहले के अनुमान से 23% कम है।टर्मिनल को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा और इसे आने वाले 30-40 वर्षों के यात्री यातायात को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।यात्रियों की सुविधा के लिए कुल पांच एयरोब्रिज बनाए जाएंगे, जिससे यात्रा और अधिक सुगम होगी।

पूर्णिया एयरपोर्ट का प्रभाव:इस एयरपोर्ट के चालू होने से सीमांचल क्षेत्र सीधे देश के अन्य हिस्सों से जुड़ जाएगा। इससे न सिर्फ स्थानीय यात्रियों को फायदा होगा, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, यह परियोजना प्रधानमंत्री पैकेज 2015 का हिस्सा थी और अब इसके क्रियान्वयन में तेजी लाई जा रही है।

बिहार में अन्य नए एयरपोर्ट की योजना:बिहटा (पटना): यहाँ एक नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित किया जा रहा है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने कर सकते हैं।रक्सौल (नेपाल सीमा), राजगीर (मगध क्षेत्र) और भागलपुर: इन स्थानों पर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की योजना है, जो अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होंगे।

भविष्य की योजनाएँ: सुपौल के बीरपुर, मधुबनी, सहरसा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मुंगेर और पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में छोटे हवाई अड्डों की स्थापना की जाएगी, जहाँ 19-सीटर विमानों का संचालन संभव होगा।

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