NEWSPR डेस्क। गर्मी से जूझ रहे बिहार वासियों के लिए राहत भरी खबर है। मौसम विभाग का कहना है 30 मार्च के बाद प्रदेश के मौसम में बदलाव आने के संकेत हैं। जिससे प्रचंड गर्मी से आने वाले 4 से 5 दिनों तक काफी राहत होगी। इस दौरान 25 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा के प्रभाव से मौसम थोड़ा ठंडा होगा। पूर्वी हवा के प्रभाव की वजह 30 मार्च को राज्य के पूर्वी इलाकों में हल्की बारिश के साथ बूंदाबांदी होगी। बादलों के बीच हवा की तेज रफ्तार और बारिश के कारण तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे मौसम मार्च के अंतिम सप्ताह में काफी सुहावना होगी।
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में अभी भी सतह से 1.5 किलो मीटर ऊपर तक पछुआ हवा का प्रभाव बना हुआ है। इस कारण से बिहार का मौसम अगले 4 दिनों तक शुष्क बने रहने की संभावना है। रविवार 27 मार्च से उत्तर एवं पूर्वी भाग में पूर्वी हवा भी स्थापित हो रही है। इसका भी मौसम पर बड़ा प्रभाव होगा। इस कारण से राज्य के पूर्वी इलाकों में बादलों के बीच कोहरा और धुंध जैसा मौसम दिखाई पड़ सकता है।
मौसम विभाग ने बताया कि 30 मार्च को पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र में समुद्र तल से 1.5 किलो मीटर ऊपर तक एक ट्रफ देखी जाएगी। इसके प्रभाव के कारण 30 मार्च को पूर्वी हिस्से में आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही हल्की बारिश के साथ बूंदाबांदी की पूरी संभावना है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 2 से 3 दिनों तक बिहार के तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। इसके बाद पूर्ण रुप से पूर्वी हवा के स्थापित हो जाने के कारण तापमान अपने सामान्य के आस पास पहुंच जाएगा।
मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे में हवा के तेज रफ्तार को लेकर अलर्ट किया है। पूर्वानुमान है कि आने वाले 24 घंटे में राज्य में 25 किलो मीटर तेज हवा का प्रभाव हो सकता है। इससे धूल धक्कड़ का प्रभाव भी देखने को मिल सकता है। 24 घंटे में मौसम पूरी तरह से शुष्क बना रहा। इस कारण से राज्य के मौसम में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया। बिहार में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस बांका में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस बाल्मीकी नगर में रिकॉर्ड किया गया है। बांका राज्य का सबसे गर्म और बाल्मीकी नगर सबसे ठंडा मौसम वाला क्षेत्र रहा। पूरे राज्य के न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं देखा गया, लेकिन इसके बाद भी यह सामान्य तापमान से 2 से 3 डिग्री अधिक दर्ज किया गया है।