NEWSPR DESK- पटना BPSC प्रतियोगिता परीक्षा में प्रश्न-पत्र वायरल होने के मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई ने बिहार सरकार के डीएसपी रंजीत कुमार रजक को गिरफ्तार किया हैं। आरोपी रंजीत कुमार रजक दस वर्ष पूर्व बीएसएससी प्रतियोगिता परीक्षा पत्र में धांधली के आरोपी है और इनके विरूद्ध न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल हैं ।
बिहार सरकार के सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा बीपीएससी प्रतियोगिता परीक्षा पत्र का वायरल होने की जांच सरकार ने तेज तर्रार और ईमानदार सीनियर आईपीएस नैय्यर हसनैन खां को सौंपा था । एडीजी नैय्यर हसनैन खां द्वारा गठित एसआईटी नित्य नये-नये खुलासा कर रही हैं । गया जिले के केन्द्राधीक्षक शक्ति कुमार के गिरफ्तारी के बाद सबकुछ स्पष्ट हो गया था।
जेल भेजे गये केन्द्राधीक्षक शक्ति कुमार के मोबाइल में अहम सबूत मिले थे। शक्ति ने अपने स्वीकृति बयान में डीएसपी रंजीत कुमार रजक का नाम लिया था। तकनीकी एवं कई सेटिंग सेंटर की जांच हुई तो डीएसपी रंजीत कुमार रजक के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले ।
एसआईटी ने बीपीएससी पश्न-पत्र वायरल मामले में आरोपी डीएसपी रंजीत कुमार रजक को गिरफ्तार किया हैं।
डीएसपी रंजीत कुमार रजक ने दस वर्ष पूर्व बीएसएसपी प्रतियोगिता परीक्षा में धांधली किया था।इनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज किया गया था एवं जांचो उपरांत चार्जशीट भी दाखिल हुआ हैं । सुत्रों की मानें तो ईओयू इस बात की जांच कर रही है की क्या डीएसपी रंजीत कुमार रजक सरकारी प्रतियोगिता परीक्षा के सेटिंग्स में जुटे थे ।