NEWSPR डेस्क। बीपीएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध शाखा ईओयू ने गया में बड़ी कार्रवाई की है। जिले के डेल्हा थाना क्षेत्र के राम शरण सिंह कॉलेज के सेंटर सुपरिटेंडेंट शक्ति कुमार को गिरफ्तार किया है, जो BPSC के 67वें एग्जाम के दौरान डॉक्यूमेंट स्कैनर मोबाइल ऐप के जरिए सेट C के पेपर को स्कैन किया था और उसे कपिलदेव नाम के व्यक्ति को वॉट्सऐप किया था।
जांच एजेंसी के अनुसार यहीं से प्रश्न पत्र लीक हुआ है। इस मामले में यह 15वीं गिरफ्तारी है। वहीं शक्ति कुमार राम शरण सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल भी हैं। बीपीएससी के 67वें एग्जाम के दौरान शक्ति कुमार सेंटर सुपरिटेंडेंट बनाया गया था। इस दौरान ही शक्ति कुमार ने डॉक्यूमेंट स्कैनर मोबाइल ऐप के जरिए सेट C के पेपर को स्कैन किया और व्हाट्सएप के जरिए कपिल देव नामक को वायरल किया था।
इस संदर्भ में गया के जिलाध्यक्ष द्वारिका सिंह ने कहा कि हमे मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि शक्ति कुमार जो पहले रालोसपा थे और अभी पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के करीबी है। इस तरह के जो बीपीएससी के पेपर लीक मामले में मुख्य अभियुक्त बनाये गए है और पुलिस गिरफ्तार भी कर लिया है। हम प्रसासन से मांग करते हैं कि ऐसे कार्य करने वाले को पुलिस कड़ी से कड़ी सजा दे।
शक्ति कुमार के द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बदनाम की है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि शक्ति कुमार के द्वारा जो बीपीएससी परीक्षा का जो पेपर लीक किया गया है और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। है हम सरकार से माँग करते है ऐसे भ्रष्ट लोगों के विरुद्ध सीबीआई जांच कराई जाई ।
गया से मनोज की रिपोर्ट