बिहार में इन दिनों मौसम का रुख लगातार बदल रहा है। कहीं तेज धूप और उमस लोगों को परेशान कर रही है तो कहीं हल्की फुहारें राहत दे रही हैं। बुधवार को मधुबनी में सबसे अधिक 53.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं वैशाली, दरभंगा और सुपौल में हल्की बूंदाबांदी हुई। राजधानी पटना समेत कई जिलों में आसमान साफ रहा और तेज धूप खिली रही। मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश का फिलहाल कोई अलर्ट नहीं है, लेकिन तापमान में लगभग 2 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
आज का पूर्वानुमान
गुरुवार को पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और सारण में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। बाकी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है, जबकि अधिकांश जगहों पर धूप और शुष्क मौसम रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने 12 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जहां बारिश के साथ 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है और आकाशीय बिजली गिरने का खतरा भी है।
मानसून की विदाई में अभी समय
मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि मानसून की विदाई फिलहाल नहीं हो रही है। अगले कुछ दिनों तक बीच-बीच में हल्की बारिश जारी रहेगी। 30 और 31 अगस्त तथा 1 सितंबर को कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। हालांकि अब तक बिहार में सामान्य से 27% कम बारिश दर्ज की गई है।
बाढ़ की स्थिति गंभीर
दूसरे राज्यों में हो रही भारी बारिश का असर बिहार की नदियों पर दिख रहा है। गंगा का जलस्तर बक्सर में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जबकि मुंगेर और आरा में भी पानी तेजी से बढ़ रहा है। फिलहाल राज्य के 10 जिलों में बाढ़ का असर है, जिससे अब तक 17 लाख 62 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं। सबसे ज्यादा नुकसान भागलपुर में है, जहां 343 गांवों के 4.16 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
किसानों की चिंता बरकरार
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि सितंबर के पहले हफ्ते में बारिश का सिस्टम मजबूत हो सकता है और कई जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। तब तक किसानों को मानसून की सक्रियता का इंतजार करना होगा। इधर राजधानी समेत कई जिलों में लोग भीषण गर्मी और उमस से परेशान हैं।