बिहार में पछुआ हवाओं के असर से मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। गुरुवार को पटना सहित राज्य के 13 जिलों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुबह और शाम की ठंडी हवा ने हल्की सिहरन का अहसास कराया, जबकि दिन में धूप की गुनगुनाहट ने राहत दी। राजधानी पटना में अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, वहीं मोतिहारी 34.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म जिला रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों तक तापमान में कोई बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं होगा। सुबह-शाम की ठंड और दिन की सुहानी धूप का सिलसिला जारी रहेगा। गुरुवार को पटना और आसपास के इलाकों में सुबह हल्का कोहरा देखा गया, जबकि तराई क्षेत्रों में दृश्यता मध्यम स्तर तक घटी रही। पूर्णिया में विजिबिलिटी घटकर एक हजार मीटर तक रह गई, जिससे सुबह यातायात प्रभावित हुआ।
नवंबर के आगमन के साथ ही बिहार में ठंड का शुरुआती दौर शुरू हो गया है। अभी यह हल्की और आरामदायक सर्दी है—ना बहुत ठंडी, ना बहुत गर्म। सुबह की धुंध, नरम हवा और हल्की धूप ने मौसम को मनभावन बना दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि ला-नीना का प्रभाव फिलहाल कमजोर है, इसलिए तापमान में तेज गिरावट की संभावना नहीं है। रात का तापमान थोड़ा घट सकता है, लेकिन दिन में मौसम सामान्य रहेगा।
पूर्वानुमान के मुताबिक, नवंबर में दिन का तापमान 22 से 28 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। सुबह के समय हल्का धुंध छा सकता है, जिससे विजिबिलिटी 500 से 800 मीटर तक सीमित हो सकती है। विशेषज्ञों ने यात्रियों और वाहन चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 10 से 12 दिनों में उत्तर-पश्चिमी हवाएँ तेज़ होने पर रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की अतिरिक्त गिरावट संभव है। वहीं दिसंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह से ठंड अपनी पूरी रफ्तार पकड़ेगी। मौसम विभाग ने चेताया है कि दिसंबर मध्य से जनवरी के अंत तक न्यूनतम तापमान कई बार 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है, और कुछ रातों में पारा 5 डिग्री तक लुढ़कने की भी संभावना है।
ग्रामीण इलाकों में खुले वातावरण और नमी के कारण सर्दी का असर शहरों की तुलना में ज्यादा महसूस होगा। फिलहाल मौसम सुहाना और राहत भरा है, लेकिन बिहार जल्द ही ठिठुरन भरे दिनों की तैयारी करने वाला है।