NEWSPR डेस्क। सोमवार को जनता दरबार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में जहरीली शराब से मौतें और शराबबंदी को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में फिर से शराबबंदी अभियान चलेगा। उन्होंने कहा कि 2016 में ‘सबकी सहमति से शराबबंदी लागू की गई है। यदि गड़बड़ी होती है तो जानकारी दें, कार्रवाई होगी’ ‘जो बयान देते हैं वो सूचना भी तो दिया करें। ‘हर सूचना पर कार्रवाई नहीं होगी तब बताएं।
इसके अलावा कहा कि इसे लेकर लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। 2016 में शराबबंदी कानून बिहार में लागू किया गया था। जिसके बाद अधिकांश लोग शराब छोड़ चुके हैं। वहीं कुछ लोग बचे हैं जो शराब का सेवन कर रहे हैं। उनहोंने कहा कि साल 2016 में तेजस्वी यादव की सहमति से शराबबंदी किया गया था। वह आज बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो लोग उस वक्त शामिल थे। वह आज शराबबंदी पर ही तरह-तरह का बयान दे रहे हैं। जबकि विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों की रजामंदी के बाद ही शराबबंदी कानून को लागू किया गया था। एक साथ खड़े होकर सभी सदस्य ने संकल्प भी लिए थे। इसके बावजदू भी ये हाल है। हम शराबबंदी के कानून को और भी ज्यादा सख्त करेंगे। बिहार में फिर से शराबबंदी अभियान चलाएंगे। ताकि फिर से ऐसे मामले न आ पाएं।