पूर्व विधायक के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश ने जताई गहरी शोक संवेदना, काफी समय से मेदांता में थे भर्ती

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व विधायक डॉ (कैप्टन) त्रिभुवन नारायण सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ० ( कैप्टन ) त्रिभुवन नारायण सिंह एक कुशल राजनेता एवं समर्पित देशभक्त थे। 1971 के भारत-पाक युद्ध में उन्होंने भारतीय सेना में अपनी भूमिका का निर्वहन किया था।

वे 1985 में जीरादेई से विधानसभा सदस्य के तौर पर निर्वाचित हुये थे। समता पार्टी के गठन में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। वे अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। वे राजेन्द्र कुष्ठ सेवा आश्रम, मैरवा, सीवान से भी जुड़े हुये थे और उन्होंने कुष्ठ रोगियों की लगातार सेवा की। उनके निधन से राजनीतिक, सामाजिक एवं चिकित्सा के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

डॉ त्रिभुवन सिंह सहकारिता आंदोलन से जुड़ने के साथ भारत-पाकिस्तान के युद्ध में भी भाग लिया था। उन्होंने अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई पीएमसीएच से की और एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी। 80 वर्ष की उम्र में डॉ त्रिभुवन सिंह ने इस दुनिया को अलविदा कहा। कैप्टन त्रिभुवन नारायण सिंह सीवान के मैरवा के रहने वाले थें। डॉ. कैप्टन त्रिभुवन नारायण सिंह आर्मी से रिटायर्ड थे।

कांग्रेस पार्टी की सीट से साल 1985 के बिहार विधानसभा चुनाव को जीता था। डॉ. कैप्टन त्रिभुवन नारायण सिंह की छवी एक ईमानदार और साफ़ सुथरे नेता के रूप में जानी जाती थी। कहा जाता है कि एक बार सिवान के प्रतापपुर गांव के रहने वाले शहाबुद्दीन एक मामले को लेकर खुद पैरवी करने उनके पास गए थे। लेकिन बदमाशों और अपराधियों की पैरवी नहीं करूंगा कह कर उन्हें वापस भेज दिया था।

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