बिहार में मौसम का मिज़ाज इन दिनों तेजी से बदल रहा है। ठंड ने धीरे-धीरे अपनी मौजूदगी महसूस करानी शुरू कर दी है।सुबह और शाम की ठिठुरन बढ़ने लगी है, जबकि दिन में भी तापमान नीचे जा रहा है। मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र सक्रिय है और इसके ऊपर चक्रवाती हवाओं का प्रभाव भी देखा जा रहा है। हालांकि, बिहार में फिलहाल बारिश की संभावना बेहद कम है और अगले पाँच दिनों तक राज्य का मौसम शुष्क रहने वाला है।
राज्य भर में दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट से लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है
सुबह-शाम हल्का कोहरा छाने की उम्मीद है, जिससे दृश्यता पर हल्का असर पड़ सकता है। हवा में नमी 61% तक पहुंच चुकी है। दिन में हल्की धूप राहत देगी, लेकिन सूरज ढलते ही ठंड तेजी से बढ़ेगी।
हवा की गुणवत्ता भी चिंता बढ़ा रही है
बिहार में AQI लगभग 150 के आसपास पहुँच गया है, जो ‘मॉडरेट’ से ‘पुअर’ कैटेगरी में माना जाता है। इससे खासकर बुजुर्गों, बच्चों और सांस की बीमारी से जूझ रहे लोगों को परेशानी हो सकती है।
पटना और अन्य जिलों का हाल
राजधानी पटना में इस वक्त मौसम पूरी तरह शुष्क है।
न्यूनतम तापमान 16–17°C के आसपास दर्ज हो रहा है, लेकिन अगले कुछ दिनों में इसमें 2 डिग्री की गिरावट संभावित है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में ठंड और ज्यादा बढ़ सकती है।
पिछले 24 घंटों में गया सबसे ठंडा शहर रहा, जहाँ रात का तापमान 10°C दर्ज हुआ।
पटना में न्यूनतम तापमान 16.5°C रिकॉर्ड किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि मंगलवार से तापमान में 2–3°C तक की अतिरिक्त गिरावट हो सकती है, जिससे सुबह-शाम की चुभन और तेज़ महसूस होगी।
सर्दी क्यों बढ़ रही है?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ गया है और आसमान साफ है, जिस कारण रात के तापमान में तेजी से गिरावट हो रही है।
उत्तर दिशा से चल रही ठंडी हवाएं भी कई जिलों में सर्दी बढ़ा रही हैं।
मौसम विभाग ने कटिहार, पूर्णिया, अररिया, खगड़िया और किशनगंज जिले के लोगों को सुबह के समय अधिक ठंड महसूस होने की चेतावनी दी है। इन इलाकों में तेज़ ठंडी हवा चल सकती है और तापमान लगातार नीचे जा रहा है।