NEWSPR डेस्क।बिहार में प्रसिद्ध लेखक दया प्रकाश सिन्हा के सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से करने पर बिहार की राजनीती गर्मा गई है। दया प्रकाश सिन्हा के इस बयान के बाद सत्ता पक्ष के दो बड़े दल के नेता आपस में ही उलझ गए। बीजेपी के तरफ से प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी सामने आए।
बताया जाता है कि दया सिन्हा बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक प्रकोष्ठ है, लेकिन बीजेपी के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी ने इस बात से इनकार किया है। मोदी ने कहा कि सम्राट अशोक पर जिस लेखक दया प्रकाश सिन्हा ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है, उनका आज बीजेपी से कोई संबंध नहीं है और ना ही उनके बयानों को बेवजह तूल देने की जरूरत है। हम अहिंसा और बौद्ध धर्म के प्रवर्तक सम्राट अशोक की कोई भी तुलना औरंगजेब जैसे क्रूर शासक से करने की कड़ी निंदा करते हैं। वहीं मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लेखक दया प्रसाद सिन्हा के लेख का शीर्षक औरंगजेब जैसा ही था, सम्राट अशोक का खंडन किया। बीजेपी अध्यक्ष के आक्रमक रुख के बाद जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जवाब दिया है।
पीएम मोदी से सख्त कार्रवाई करने की अपील
वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस मामले पर कहा है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस प्रकरण में सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। राष्ट्रपति से अनुरोध करते हैं कि ऐसे व्यक्ति को मिले पद्मश्री और अन्य पुरस्कार रद्द करें। आपको बता दें अखंड भारत के एकमात्र चक्रवर्ती सम्राट सदस्य अशोक मौर्य स्वर्णिम काल मानवता वालों क्षमता के लिए विश्व भर में माना जाता है। सम्राट अशोक का बिहार के अमित प्रीत थे और कोई खिलवाड़ करें यह सच्चे भारतीय कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।