NEWSPR डेस्क। पटना 15 नवंबर से राज्य में लगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं का पैसा कटने पर रियल टाइम ब्रेकअप मिलेगा। बिजली कंपनी मुख्यालय ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाली फ्रांस की कंपनी ईडीएफ को इसका टास्क दिया है। प्रधान सचिव संजीव हंस ने बताया की स्मार्ट प्रीपेड मीटर की कार्यप्रणाली में सुधार आ रहा है। सबसे बड़ी समस्या यह थी की उपभोक्ताओं को पैसे कटने की जानकारी नहीं मिल पाता था। अब से ईईएसएल और मीटर लगाने वाली ईडीएफ कंपनी को पैसा काटे जाने की जानकारी ब्रेकअप के रूप में देने का निर्देश दिया गया है। उसके बाद दूसरी समस्या यह थी की उपभोक्ताओं को तीन दिनों में वेलकॉम मैसेज नहीं मिल पता था उसमे सुधार हुआ है। अब 86 फीसदी उपभोक्ताओं को तीन दिन में वेलकॉम मैसेज मिल रहा है। नॉन कम्युनिकेशन वाले मीटर को बदलने के कार्य में भी तेजी आई है। उन्होंने कहा की अभी 5600 से अधिक उपभोक्ताओं का मीटर सर्वर से कनेक्ट नहीं हो पा रहा है जिसे 30 अक्टूबर तक सही करने का टास्क दिया गया है।
प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्रों में 10.81 लाख उपभोक्ताओं के परिसर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग चूका है तथा साल के अंतिम तक 3 लाख और स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अगर बैलेंस कटने की जानकारी बिजली बिल या एप के माध्यम से नहीं मिल रही है तो बिजली कंपनी के हेल्प इन नंबर 1912 पर फोन कर शिकायत दर्ज करें। जुर्माना पर छह महीने के लिए छूट देने की तैयारी। स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं को स्वीकृत भार से अधिक खपत करने पर छह महीने तक जुर्माना नहीं वसूलने के लिए बिजली कंपनी ने बिहार विद्युत विनियामक आयोग के पास याचिका डाला है। वर्तमान समय में स्वीकृत भार से अधिक भार खपत होने पर जुर्माना के रूप में दोगुनी राशि देनी पड़ रही है।