NEWSPR DESK- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से फैल रहे हैं। उन राज्यों से बिहार के लोगों के वापस आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रखंडस्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था तैयार रखें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मामले हैं, वहां कंटेनमेंट जोन बनाकर काम करने का भी निर्देश पदाधिकारियों को दिया है। मालूम हो कि पिछले साल बड़ी संख्या में बिहार आने वालों को प्रखंडों में बने सेंटरों पर रखा गया था।
मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की और कई निर्देश दिये। सभी जिलों के डीएम-एसपी से भी उन्होंने फीडबैक लिया। तीन दिनों के अंदर कोरोना को लेकर उनकी यह दूसरी उच्चस्तरीय बैठक थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आबादी अधिक है.
आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एईएस एवं जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी से बचाव को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी रखे। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के प्रति सभी सजग रहें। कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। सभी लोग मास्क का प्रयोग करें और आपस में दूरी बनाकर रखें। हमेशा हाथ धोते रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस बात का आकलन करें कि कोरोना के मामले क्यों बढ़ रहे हैं? नये केस किन क्षेत्रों में हैं, वहां कौन लोग बाहर से आए हैं।
इस सब बातों की पूरी जानकारी रखें। बाहर से आने वाले लोगों एवं उनके संपर्क में आने वालों पर भी नजर रखें। संक्रमण के कारणों का विश्लेषण करने के साथ ही पिछली बार के अनुभवों के आधार पर रणीनीति बनाकर काम करें। कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में अधिक से अधिक जांच करें।
डॉक्टर-स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी 31 मई तक रद्द..
कोरोना महामारी के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल संस्थाओं में कार्यरत डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, संविदाकर्मी, पारा मेडिकल कर्मी सहित अन्य कर्मियों की छुट्टी 31 मई 2021 तक रद्द कर दी गयी हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार मातृत्व अवकाश और शैक्षणिक अवकाश को छोड़कर सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।