NEWSPR डेस्क। देश में कोरोना को लेकर कुछ न कुछ नए शोध आते रहते। नई नई शोध से कोरोना के उपचार में भी मदद मिलती। वहीं कोविड-19 से मुकाबले के लिए प्रभावी उपचार खोजने में जुटे शोधकर्ताओं को बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने ऐसी नई एंटीबाडी की पहचान की है, जो कोरोना के विभिन्न वैरिएंट के खिलाफ बेहद प्रभावी हो सकती है। वहीं दूसरी ओर कोरोना से लड़ाई में भारत को अब 6 वैक्सीन मिल गई है। छठी वैक्सीन बच्चों के लिए है।
12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए निड्ल फ्री कोरोना वैक्सीन ZyCov-D को मंजूरी मिली और अगले महीने से इसकी सप्लाई शुरू हो जाएगी। साथ ही आने वाले सप्ताह में इसकी कीमत भी स्पष्ट हो जाएगी। वहीं एंटीबॉडी मिलने से भी लोगों के बीच एक उम्मीद जागी है। शोधकर्ताओं की मानें तो एंटीबाडी की मामूली डोज भी कोरोना के ज्यादातर वैरिएंट से उच्च स्तर पर सुरक्षा दे सकती है। इम्युनिटी पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, इस खोज से एंटिबॉडी आधारित नए उपचारों के विकास की दिशा में एक और कदम बढ़ा है।
अमेरिका की वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता माइकल एस डायमंड ने कहा, ‘मौजूदा एंटीबाडी कुछ वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हो सकती हैं, लेकिन सभी वैरिएंट से मुकाबला नहीं कर सकती हैं।’ शोधकर्ताओं ने कोरोना के व्यापक वैरिएंट के खिलाफ बेहद कारगर एंटीबाडी की तलाश में चूहों पर अध्ययन किया।