NEWSPRडेस्क। अररिया में इन दिनों कोरोना संक्रमण को लेकर विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी शैक्षणिक संस्थाएं बंद है। इस बीच कुछ दिनों बाद सरस्वती पूजा आने वाली है। जिसको लेकर मूर्ति कलाकार सरस्वती मां की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हैं। कोरोना काल चल रहा है ऐसे में मूर्तिकार को इस बात का डर सता रहा है कि उनकी मूर्तियां नहीं बिक पाएंगी। स्कूल या शैक्षणिक अन्य संस्था बंद रहने से सरस्वती पूजा भी प्रभावित होगी।
अररिया जिला में बाजार में करीब चालीस साल से मूर्ति बनाने का कारोबार करने वाले मूर्तिकार ने बताया कि उन्होंने करीब डेढ़ सौ मूर्तियां बनाई हैं। लेकिन मुश्किल से अस्सी नब्बे के खरीदार ही आ पाए हैं। ऐसे में बाकी की मूर्तियां अगर नहीं बिकती है तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा की छोटी और बड़ी सभी तरह की उन्होंने मूर्तियां बनाई हैं। जिसका मूल्य पांच सौ से लेकर दस हजार तक है। लेकिन महंगी मूर्तियां इस बार नहीं बिक रही है।
मूर्ति बनाने वाले कहते हैं कि उन्हें यह आशंका सता रही है की कोरोना के कारण लॉकडाउन की यही स्थिति रही तो कई बनी हुई मूर्तियां बच जाएगी। जिससे उन्हें भारी क्षति होने की संभावना है। इसको लेकर उन्होंने सरकार से अपील किया है कि सरकार या तो शैक्षणिक संस्थाओं को खोल दें या फिर उन्हें कर्ज दें ताकि वे अपनी क्षति की भरपाई कर सकें। यह सिर्फ एक कारीगर की समस्या नहीं है बल्कि जिले भर के तमाम मूर्ति बनाने वाले कारीगरों की यही समस्या है। ये लोग करीब दो महीने से दिन रात एक कर मूर्ति बना तो लिए हैं पर खरीदार नहीं मिल रहे हैं।
अररिया से रविराज की रिपोर्ट